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एमपी की शिक्षा व्यवस्था में होगा बड़ा बदलाव, रोजगार के लिए बच्चों को दी जाएगी ट्रेनिंग - मध्य प्रदेश में रोजगार

मध्य प्रदेश में रोजगार को बढ़ावा देने के लिए मुंबई, गुडगांव, हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे शहरों की तरह शिक्षा दी जाएगी. ये जानकारी सूक्ष्म लघु उद्योग मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने दी.

Minister Omprakash Sakhlecha
मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा
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Published : Jul 29, 2021, 9:00 PM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश में रोजगार को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न उद्योगों को प्रदेश में इकाई लगाने और इन्वेस्टमेंट करने के लिए विभिन्न सुविधाओं के साथ जमीन व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई थी उद्योगों को इकाई लगाने के लिए उपलब्ध कराई गई जमीनों की लिस्ट शर्तों में मुख्य तौर पर राज्य शासन द्वारा प्रदेश के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की शर्त रखी गई थी, बीते दिनों शहर में मौजूद टीसीएस और इंफोसिस कंपनी द्वारा लीज शर्तों का उल्लंघन करने के मामले में जिला प्रशासन द्वारा नोटिस जारी किया गया था और प्रदेश के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की जानकारी मांगी गई थी.

मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा

शर्तों का उल्लंघन करने के मामले में हो रही जांच

टीसीएस और इंफोसिस कंपनी द्वारा लीज प्रस्ताव में दी गई शर्तों का उल्लंघन करने को लेकर शुरू हुई जांच प्रक्रिया में सूक्ष्म लघु उद्योग मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा का कहना है कि जिन कंपनियों ने लीज शर्तों का उल्लंघन किया है उनके मामलों की जांच की जा रही है.

हालांकि प्रदेश में कंपनियों को ट्रेनी मेन पावर की आवश्यकता होती है, वर्तमान में मध्यप्रदेश में कंपनी की अहर्ता पूरी करने वाले युवाओं की कमी है ऐसे में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में बदलाव की आवश्यकता है, जिसके आधार पर स्किल्ट डेवलपमेंट वाले आवश्यक कोर्स लागू किए जाएंगे, ताकि वर्तमान परिस्थितियों के आधार पर छात्रों का स्किल डेवलपमेंट किया जा सके वर्तमान में कंपनियों को जिस तरह के कार्य सक्षम युवाओं की आवश्यकता है उनको लेकर भी अलग-अलग तरह की व्यवस्थाएं लागू की जा रही है.

छात्रों को दी जाएगी ट्रेनिंग

वर्तमान में कंपनी की आवश्यकताओं के अनुसार कोर्स नहीं है, प्रदेश में सालों पुराने इंजीनियरिंग कोर्स संचालित किए जा रहे हैं, जिसके चलते स्किल्ड युवाओं की कमी नजर आ रही है, जिस तरह के कोर्स बेंगलुरु हैदराबाद मुंबई और गुड़गांव में संचालित किए जा रहे हैं

उसी तरह के कोर्स मध्य प्रदेश में भी हायर टेक्निकल एजुकेशन में लागू करने की आवश्यकताएं हैं आने वाले दिनों में हायर टेक्निकल एजुकेशन के साथ मिलकर उद्योगों की वर्तमान आवश्यकता के आधार पर जरूरत वाले कोर्स संचालित किए जाएंगे और उद्योगों में किस तरह के मेन पावर की आवश्यकता है उस तरह से छात्रों की स्किल डेवलप की जाएगी

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प्रदेश के अन्य शहरों में चल रहे कोर्सों की तर्ज पर प्रदेश में चलाए जाएंगे कोर्स

मुंबई, गुडगांव, हैदराबाद और बेंगलुरु शहरों में इंजीनियरिंग पढ़ाई के लिए चलाए जा रहे कोर्स और एजुकेशन मटेरियल छात्रों को उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता में है, जिसके लिए हायर टेक्निकल एजुकेशन द्वारा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जल्द ही प्रदेश के विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेज को वर्तमान आवश्यकता के अनुरूप कोर्स मैटेरियल उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि अन्य प्रदेशों में कंपनियों के आधार पर चलाए जाने वाले कोर्स प्रदेश में चलाए जा सके और प्रदेश के छात्रों के स्किल को डिवेलप किया जा सके ताकि इन्हें इन कंपनियों में रोजगार मिल सके.

इंदौर। मध्य प्रदेश में रोजगार को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न उद्योगों को प्रदेश में इकाई लगाने और इन्वेस्टमेंट करने के लिए विभिन्न सुविधाओं के साथ जमीन व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई थी उद्योगों को इकाई लगाने के लिए उपलब्ध कराई गई जमीनों की लिस्ट शर्तों में मुख्य तौर पर राज्य शासन द्वारा प्रदेश के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की शर्त रखी गई थी, बीते दिनों शहर में मौजूद टीसीएस और इंफोसिस कंपनी द्वारा लीज शर्तों का उल्लंघन करने के मामले में जिला प्रशासन द्वारा नोटिस जारी किया गया था और प्रदेश के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की जानकारी मांगी गई थी.

मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा

शर्तों का उल्लंघन करने के मामले में हो रही जांच

टीसीएस और इंफोसिस कंपनी द्वारा लीज प्रस्ताव में दी गई शर्तों का उल्लंघन करने को लेकर शुरू हुई जांच प्रक्रिया में सूक्ष्म लघु उद्योग मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा का कहना है कि जिन कंपनियों ने लीज शर्तों का उल्लंघन किया है उनके मामलों की जांच की जा रही है.

हालांकि प्रदेश में कंपनियों को ट्रेनी मेन पावर की आवश्यकता होती है, वर्तमान में मध्यप्रदेश में कंपनी की अहर्ता पूरी करने वाले युवाओं की कमी है ऐसे में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में बदलाव की आवश्यकता है, जिसके आधार पर स्किल्ट डेवलपमेंट वाले आवश्यक कोर्स लागू किए जाएंगे, ताकि वर्तमान परिस्थितियों के आधार पर छात्रों का स्किल डेवलपमेंट किया जा सके वर्तमान में कंपनियों को जिस तरह के कार्य सक्षम युवाओं की आवश्यकता है उनको लेकर भी अलग-अलग तरह की व्यवस्थाएं लागू की जा रही है.

छात्रों को दी जाएगी ट्रेनिंग

वर्तमान में कंपनी की आवश्यकताओं के अनुसार कोर्स नहीं है, प्रदेश में सालों पुराने इंजीनियरिंग कोर्स संचालित किए जा रहे हैं, जिसके चलते स्किल्ड युवाओं की कमी नजर आ रही है, जिस तरह के कोर्स बेंगलुरु हैदराबाद मुंबई और गुड़गांव में संचालित किए जा रहे हैं

उसी तरह के कोर्स मध्य प्रदेश में भी हायर टेक्निकल एजुकेशन में लागू करने की आवश्यकताएं हैं आने वाले दिनों में हायर टेक्निकल एजुकेशन के साथ मिलकर उद्योगों की वर्तमान आवश्यकता के आधार पर जरूरत वाले कोर्स संचालित किए जाएंगे और उद्योगों में किस तरह के मेन पावर की आवश्यकता है उस तरह से छात्रों की स्किल डेवलप की जाएगी

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प्रदेश के अन्य शहरों में चल रहे कोर्सों की तर्ज पर प्रदेश में चलाए जाएंगे कोर्स

मुंबई, गुडगांव, हैदराबाद और बेंगलुरु शहरों में इंजीनियरिंग पढ़ाई के लिए चलाए जा रहे कोर्स और एजुकेशन मटेरियल छात्रों को उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता में है, जिसके लिए हायर टेक्निकल एजुकेशन द्वारा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जल्द ही प्रदेश के विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेज को वर्तमान आवश्यकता के अनुरूप कोर्स मैटेरियल उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि अन्य प्रदेशों में कंपनियों के आधार पर चलाए जाने वाले कोर्स प्रदेश में चलाए जा सके और प्रदेश के छात्रों के स्किल को डिवेलप किया जा सके ताकि इन्हें इन कंपनियों में रोजगार मिल सके.

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