उज्जैन। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी महाकाल की नगरी उज्जैन सहित मामलवा को 6247 करोड़ रुपये से बनने वाली 550 किलोमीटर की कई सड़कों का शिलान्यास किया. इनमें मामला को कई हाईवे से जोड़ने वाली 4लेन और 2 लेन रोड़ भी शामिल हैं. कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सहित प्रदेश के कई मंत्री भी मौजूद रहे. केंद्रीय मंत्री गडकरी ने दिव्यांग पार्क का भी जायजा लिया. इसके बाद वे पत्नी के साथ महाकालेश्वर का आशीर्वाद भी लेने पहुंचे.
इन सड़कों की रखी गई नींव
जिन सड़कों का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया उनमें 992 करोड़ की लागत से बन रहे उज्जैन-देवास फोरलेन का चौड़ीकरण शामिल है. जिसकी लम्बाई 41 किलोमीटर है. 498 करोड़ की लागत से 134 किलोमीटर लंबी उज्जैन-झालावाड़ टू लेन सड़क का लोकार्पण हुआ. उज्जैन-बदनावर फोरलेन सड़क जिसकी लागत 1352 करोड़ है और लंबाई 69 किलोमीटर है इसका शिलान्यास किया गया. इसके अलावा उज्जैन-गरोंठ पैकेज-1 फोरलेन, लंबाई 42 किलोमीटर है. उज्जैन गरोंठ फोरलेन पैकेज-2 , 48 किलोमीटर और उज्जैन-गरोंठ पैकेज-3, 46 किलो मीटर, जवासियापंथ-फतेहाबाद चंद्रावतीगंज, 17 किलो मीटर रोड़ के अलावा सुसनेर, जीरापुर सहित अन्य सड़कों का भी लोकार्पण और शिलान्यास किया गया.
पूरी हो रही है पीएम की इच्छा
इस मौके पर उज्जैन के सांसद अनिल फिरोजिया ने बताया कि प्रधानमंत्री की मंशा है कि पूरे शहरों को NHI से जोड़ा जाए ताकि रोजगार के साधन बढ़ें. उनकी यह इच्छा पूरी हो रही है. उन्होंने कहा कि सीएम शिवराज का सपना है कि उज्जैन को धार्मिक पर्यटन से जोड़ा जाए. इसके लिए जो प्रयास किए गए हैं उनका नतीजा है कि आज हमको 550 किलो मीटर से अधिक लंबी सड़कें मिल रही हैं. उन्होंने कहा कि करोड़ों लोग साल भर में बाबा महाकाल के दर्शन के लिए आते हैं, अब उनको आने-जाने में सुविधा होगी.
राज्य सरकार के कई मंत्री रहे मौजूद
शिलान्यास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय भूतल परिवहन राज्यमंत्री डॉ. वीके सिंह, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव, वित्त एवं वाणिज्य कर मंत्री जगदीश देवड़ा, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, MSME मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीपसिंह डंग, लोक निर्माण राज्यमंत्री सुरेश धाकड़, सांसद अनिल फिरोजिया, महेन्द्रसिंह सोलंकी, रोड़मल नागर, छतरसिंह दरबार, दुष्यंतसिंह व सुधीर गुप्ता मौजूद रहे.