उज्जैन। बाबा महाकाल का मंदिर खुलने के बाद कृषि मंत्री कमल पटेल भी अपने समर्थकों के साथ महाकाल मंदिर पहुंचे. लेकिन इस दौरान सोशल डिस्टेसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाईं गईं. वहीं इस मुद्दे पर जब ईटीवी भारत ने कमल पटेल से बात की तो वे बचकाना जबाव देते नजर आए. कमल पटेल ने कहा कि खून पसीना बहाने वाले लोगों को कोरोना नहीं होता.
कमल पटेल ने कहा कि वे सोशल डिस्टेसिंग का पालन कर रहे हैं. लेकिन हमें कोरोना से इतना डरने की जरूरत भी नहीं है. भारत का युवा मेहनती है जो खून पसीना बहाता है उसे कोरोना नहीं होता है. सभी पूरी सुरक्षा के साथ मंदिर में पहुंचे हैं. अब बाबा महाकाल का दरबार भी खुल गया है. जल्द ही कोरोना भारत से भाग जाएगा.
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महाकाल मंदिर में सुरक्षा और सावधानी के पर्याप्त इंतजाम किए गए थे. लेकिन जैसे ही मंत्री कमल पटेल मंदिर में दर्शन करने पहुंचे सोशल डिस्टेसिंग टूट गई. सभी कार्यकर्ता सोशल डिस्टेसिंग का पालन किए बगैर ही मंदिर में प्रवेश कर गए. जिससे एक साथ कई लोगों की भीड़ जमा हो गई.