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हरी मिर्च हुई तीखी ! उज्जैन में 200 रुपए किलो हुई कीमत, नींबू ने भी बिगाड़ा थाली का जायका - उज्जैन लेटेस्ट न्यूज

देश में हरी मिर्च और नींबू के दामों में उछाल आया है, जिसका असर आम आदमी की जेब पर दिखने लगा है. उज्जैन में मिर्च के दाम 200 रुपए किलो पहुंच गए हैं. जबकि नींबू 180 रुपए किलो बिक रहा है. बढ़ती महंगाई ने किचन का बजट बिगाड़ दिया है. (Green chillies and lemons price hiked)

Green chillies and lemons price hiked
हरी मिर्च हुई तीखी
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Published : Mar 20, 2022, 11:47 AM IST

उज्जैन। अधिकांश सब्जियों में उपयोग होने वाली हरी मिर्च के दाम तीखे होते जा रहे हैं, उज्जैन में कीमत 200 रुपए किलो तक पहुंच गई है. जहां पहले सब्जी विक्रेता अन्य सब्जियों के साथ हरी मिर्च मुफ्त में डाल दिया करते थे, अब उसी मिर्च को खरीदने से लोगों का बजट बिगड़ रहा है. इसकी सबसे बड़ी वजह मध्यप्रदेश में मिर्च की कम आवक बताई जा रही है. वहीं गर्मी में ठंडक देने वाला नींबू 180 रुपए किलो तक बिक रहा है.

हरी मिर्च और नींबू के दामों में आया उछाल

उज्जैन में 200 रुपए किलो मिर्च के दाम
घरों में पकने वाले खानों में हरी मिर्ची नहीं डालें तो मुंह का स्वाद नहीं आता. पर मुंह को तीखा कर देने वाली हरी मिर्च जेब को हल्का कर रही है. देश सहित प्रदेश में बीते दो माह से लगातार हरी मिर्च महंगी हो रही है, लेकिन उज्जैन में हरी मिर्च के दाम 200 रुपए किलो तक पहुंच गए, जिससे आमजन परेशान हो रहे हैं. सब्जी मार्केट में भी खरीदारी करने आए लोग भावों को देखकर उल्टे पांव लौट जाते हैं.

बारिश के चलते कम हुई पैदावार
सब्जी मंडी के थोक विक्रेता विजय ने बताया कि, उज्जैन में 20 से 30 रुपए किलो बिकने वाली मिर्ची थोक भाव में दो महीने से 100 रुपए किलो में बिक रही है. प्रदेश के कुक्षी में सबसे ज्यादा मिर्ची होती है. इस साल कई इलाकों में बारिश होने की वजह से पैदावार कम हुई है, जिस वजह से हरी मिर्च दक्षिण के राज्यों में आने लगी. इसके वजह से मालवा सहित कई क्षेत्रों में दामों में उछाल आ गया. उज्जैन में होशंगाबाद, हरदा और नागपुर कोटा से मिर्ची की आवक हो रही है, लेकिन मांग से कम मिर्च आने के कारण भाव बढ़े हुए हैं.

रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच तेल की कीमतें पहुंचीं 100 USD के पार, कभी भी बढ़ सकेत हैं पेट्रोल और डीजल के दाम, पढ़िए आज के रेट

कुक्षी से आ रही 6 टन मिर्च
उज्जैन की चीमंनगज कृषि उपज मंडी में रोजाना करीब चार से पांच पिकअप गाड़ी से अधिक मिर्ची कुक्षी से पहुंचती थी. लेकिन बीते तीन महीनों से माल में कमी के चलते अब मात्र 6 टन के आसपास हरी मिर्च आ रही है. दो माह से हरी मिर्च का थोक भाव 60 से 75 रुपए के करीब था, जो बाजार में 180 से 190 रुपए किलो के बीच बिक रही है. जनवरी के शुरुआती दिनों में मिर्च 40 रुपए किलो तक बिकी है लेकिन 5 गुना कीमत में मिल रही है. मिर्च में दाम में आई तेजी से लोग निराश दिखाई दे रहे हैं. जहां पहले अधिक मात्रा में खरीदते थे अब बहुत कम मिर्च खरीदते नजर आ रहे हैं.

नींबू की खटास बढ़ी
झुलसाती गर्मी में ठंडा नींबू पानी और खाने में नींबू की खटास हर किसी को रास आती है. इसलिए गर्मियों में नींबू की डिमांड ज्यादा होती है. लेकिन इसके दामों में भी आग लगी है. उज्जैन की कृषि उपज मंडी में नींबू थोक में 80 रुपए किलो तो सब्जी मंडी में 120 रुपए किलो तक बिक रहा है. बड़नगर रोड से नींबू शहर में आते हैं. आवक कम होने से बीते तीन दिनों में नींबू के दाम दोगुने हो चुके हैं. जो माल फरवरी तक 20 टन आ रहा था, अब वह मात्र 3 टन आ रहा है.

(Green chillies and lemons price hiked)

उज्जैन। अधिकांश सब्जियों में उपयोग होने वाली हरी मिर्च के दाम तीखे होते जा रहे हैं, उज्जैन में कीमत 200 रुपए किलो तक पहुंच गई है. जहां पहले सब्जी विक्रेता अन्य सब्जियों के साथ हरी मिर्च मुफ्त में डाल दिया करते थे, अब उसी मिर्च को खरीदने से लोगों का बजट बिगड़ रहा है. इसकी सबसे बड़ी वजह मध्यप्रदेश में मिर्च की कम आवक बताई जा रही है. वहीं गर्मी में ठंडक देने वाला नींबू 180 रुपए किलो तक बिक रहा है.

हरी मिर्च और नींबू के दामों में आया उछाल

उज्जैन में 200 रुपए किलो मिर्च के दाम
घरों में पकने वाले खानों में हरी मिर्ची नहीं डालें तो मुंह का स्वाद नहीं आता. पर मुंह को तीखा कर देने वाली हरी मिर्च जेब को हल्का कर रही है. देश सहित प्रदेश में बीते दो माह से लगातार हरी मिर्च महंगी हो रही है, लेकिन उज्जैन में हरी मिर्च के दाम 200 रुपए किलो तक पहुंच गए, जिससे आमजन परेशान हो रहे हैं. सब्जी मार्केट में भी खरीदारी करने आए लोग भावों को देखकर उल्टे पांव लौट जाते हैं.

बारिश के चलते कम हुई पैदावार
सब्जी मंडी के थोक विक्रेता विजय ने बताया कि, उज्जैन में 20 से 30 रुपए किलो बिकने वाली मिर्ची थोक भाव में दो महीने से 100 रुपए किलो में बिक रही है. प्रदेश के कुक्षी में सबसे ज्यादा मिर्ची होती है. इस साल कई इलाकों में बारिश होने की वजह से पैदावार कम हुई है, जिस वजह से हरी मिर्च दक्षिण के राज्यों में आने लगी. इसके वजह से मालवा सहित कई क्षेत्रों में दामों में उछाल आ गया. उज्जैन में होशंगाबाद, हरदा और नागपुर कोटा से मिर्ची की आवक हो रही है, लेकिन मांग से कम मिर्च आने के कारण भाव बढ़े हुए हैं.

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कुक्षी से आ रही 6 टन मिर्च
उज्जैन की चीमंनगज कृषि उपज मंडी में रोजाना करीब चार से पांच पिकअप गाड़ी से अधिक मिर्ची कुक्षी से पहुंचती थी. लेकिन बीते तीन महीनों से माल में कमी के चलते अब मात्र 6 टन के आसपास हरी मिर्च आ रही है. दो माह से हरी मिर्च का थोक भाव 60 से 75 रुपए के करीब था, जो बाजार में 180 से 190 रुपए किलो के बीच बिक रही है. जनवरी के शुरुआती दिनों में मिर्च 40 रुपए किलो तक बिकी है लेकिन 5 गुना कीमत में मिल रही है. मिर्च में दाम में आई तेजी से लोग निराश दिखाई दे रहे हैं. जहां पहले अधिक मात्रा में खरीदते थे अब बहुत कम मिर्च खरीदते नजर आ रहे हैं.

नींबू की खटास बढ़ी
झुलसाती गर्मी में ठंडा नींबू पानी और खाने में नींबू की खटास हर किसी को रास आती है. इसलिए गर्मियों में नींबू की डिमांड ज्यादा होती है. लेकिन इसके दामों में भी आग लगी है. उज्जैन की कृषि उपज मंडी में नींबू थोक में 80 रुपए किलो तो सब्जी मंडी में 120 रुपए किलो तक बिक रहा है. बड़नगर रोड से नींबू शहर में आते हैं. आवक कम होने से बीते तीन दिनों में नींबू के दाम दोगुने हो चुके हैं. जो माल फरवरी तक 20 टन आ रहा था, अब वह मात्र 3 टन आ रहा है.

(Green chillies and lemons price hiked)

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