ETV Bharat / city

भूतड़ी अमावस्या पर महाकाल की नगरी में लगा श्रद्धालुओं का मेला, कष्टों से मुक्ति के लिए पीड़ितों ने लगाई शिप्रा में डुबकी

महाकाल की नगरी उज्जैन में भूतड़ी अमावस्या के अवसर पर श्रद्धालु 52 कुंड में डुबकी लगाने पहुंचे, मान्यता है कि इस दिन 52 कुंड में स्नान करने से कष्टों से परेशान लोगों को मुसीबत से छुटकारा मिलता है.

52 कुंड किनारे लगा मेला
author img

By

Published : Apr 5, 2019, 1:28 PM IST

उज्जैन। चैत्र माह की भूतड़ी अमावस्या पर उज्जैन के कालियादेह पैलेस पर श्रद्धालुओं का मेला लगा, जहां कष्टों से परेशान लोग शिप्रा नदी में डुबकी लगाने के लिए पहुंचे. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन 52 कुंड में स्नान करने से कष्टों से मुक्ति मिल जाती है.

केडी पैलेस में लगा मेला


उज्जैन के केडी पैलेस के बावन कुंड की मान्यता है कि जिस पर भी बुरी आत्मा का साया हो और वह एक बार 52 कुंड के सूर्य कुंड और ब्रह्म कुंड में भूतड़ी अमावस्या पर डुबकी लगाये तो उसकी सभी प्रकार की बलायें दूर हो जाती हैं. स्कंद पुराण में भी इसका उल्लेख मिलता है. भूतड़ी अमावस्या के अवसर पर यहां मेला लगता है, जिसे भूतों का मेला भी कहा जाता है. श्रद्धालु दूर-दूर से यहां आते हैं और शरीर के कष्टों को भगाने के लिए शिप्रा में डुबकी लगाते हैं.

उज्जैन। चैत्र माह की भूतड़ी अमावस्या पर उज्जैन के कालियादेह पैलेस पर श्रद्धालुओं का मेला लगा, जहां कष्टों से परेशान लोग शिप्रा नदी में डुबकी लगाने के लिए पहुंचे. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन 52 कुंड में स्नान करने से कष्टों से मुक्ति मिल जाती है.

केडी पैलेस में लगा मेला


उज्जैन के केडी पैलेस के बावन कुंड की मान्यता है कि जिस पर भी बुरी आत्मा का साया हो और वह एक बार 52 कुंड के सूर्य कुंड और ब्रह्म कुंड में भूतड़ी अमावस्या पर डुबकी लगाये तो उसकी सभी प्रकार की बलायें दूर हो जाती हैं. स्कंद पुराण में भी इसका उल्लेख मिलता है. भूतड़ी अमावस्या के अवसर पर यहां मेला लगता है, जिसे भूतों का मेला भी कहा जाता है. श्रद्धालु दूर-दूर से यहां आते हैं और शरीर के कष्टों को भगाने के लिए शिप्रा में डुबकी लगाते हैं.

Intro:उज्जैन भूतड़ी अमावस्या पर उज्जैन में भूतों का मेला उज्जैन के 52 कुंड पर लगा है मेला


Body:आज चैत्र माह की भूतड़ी अमावस्या पर उज्जैन के कालिदास पैलेस पर लगा भूतों का मेला जंजीरों से बंधे बाल पकड़कर जबरन नदी में डुबकी लगाते हुए बद हवास अजीबो गरीब हरकत करते लोग शिप्रा नदी में डुबकी लगाने के लिए आए हैं मान्यता है कि इस दिन दान करने से प्रेत आत्मा से मुक्ति मिल जाती है


Conclusion:आज भूतड़ी अमावस्या उज्जैन के केडी पैलेस के बावन कुंड की मान्यता है कि जिस पर भी बुरी आत्मा का साया हो और वह एक बार 52 कुंड में से सूर्य कुंड और ब्रह्म कुंड में भूतनी अमावस पर डुबकी लगाकर नहान कर ले तो उस पर से सभी प्रकार की अला बला दूर हो जाती है खासतौर पर अमावस्या पर भूतड़ी अमावस्या के दिन यहां पर मेला लगता है जिसे भूतों के मेले के रूप में भी जाना जाता है शरीर में लगी बुरी आत्माओं को भगाने के लिए इन दोनों कुंभ में डुबकी लगाई जाती है मान्यता है कि ऐसा करने से सभी आत्माओं को मोक्ष की प्राप्ति होती है स्कंद पुराण मैं भी इसका उल्लेख मिलता है सूर्यकुंड ब्रह्मकुंड और सूर्य मंदिर यहां स्थापित थे श्रद्धालु दूर-दूर से यहां आते हैं और शरीर में लगी बुरी आत्मा को भगाने के लिए शिप्रा में डुबकी लगाते हैं श्रद्धालु का मानना है कि एक डुबकी से ही बुरी आत्मा से छुटकारा मिल जाता है तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि किसी तरह की बुरी आत्मा से लोग को शांति मिलती है 52 कुंड में दूर दूर से श्रद्धालु नदी के अंदर उतरे हुए हैं और कोई अपनी जीभ तलवार से काट रहा है तो कोई जोर जोर से चिल्ला रहा है किसी को जंजीर से बांध रखा है तो कोई तलवार लेकर चला रहा है मान्यता एक डुबकी से सभी कष्ट दूर करने के लिए 52 कुंड में भूतड़ी अमावस्या पर डुबकी लगाई जाती है



बाइट---चिंतामन पण्डित

बाइट--- श्रद्धालु

बाइट--- श्रद्धालु
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.