उज्जैन। श्रावण माह के बाद अब भादौ माह की शुरुआत हुई है. भादो माह में भी परंपरा के अनुसार बाबा महाकाल सोमवार के रोज नगर भ्रमण पर निकलते हैं. आज शाम 4 बजे बाबा महाकाल की शाही सवारी निकाली जाएगी. आज हम आजादी के 76 वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं इसलिए बाबा महाकाल की अल सुबह होने वाली भस्मार्ती में बाबा का तिरंगे स्वरूप में अद्भुत श्रृंगार किया गया. तिरंगा रंग के वस्त्र ओढ़ाए गए और आजादी के पर्व को मंदिर प्रांगण में हर पर्व की तरह सबसे पहले मनाया गया. भक्त बड़े हर्ष उल्लास, भक्ति भाव के साथ राष्ट्र भक्ति में लीन नजर आए. Bhado Month First Somwar
सुबह से मंदिर में लगा भक्तों का तांता: सुबह से ही बाबा के दर्शन को बड़ी संख्या में भक्त मंदिर पहुंच रहे हैं. भादौ के पहले सोमवार को भी पुजारी के अनुसार तड़के 2:30 बजे गर्भ गृह के पट खोले गए. सर्वप्रथम पंचायतन देवता की पूजा की गई. उसके बाद घण्टी हुई और आम दर्शनार्थियों को बाबा के दर्शन हेतु प्रवेश दिया गया. इस प्रकार 3:30 बजे से 5 बजे के बीच मंगला आरती जिसे भस्मार्ती कहा जाता है सम्पन्न की गई.
बाबा महाकाल पांच स्वरूपों में भक्तों को देंगे दर्शन: नगर भ्रमण के दौरान सवारी में भगवान महाकाल रजत जड़ित पालकी में श्री चंद्रमौलीश्वर स्वरूप में विराजित रहेंगे. हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड रथ पर श्री शिव तांडव प्रतिमा, नंदी रथ पर श्री उमा महेश जी के मुखारविंद, डोल रथ पर श्री होलकर स्टेट का मुखारविंद विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे. इस वर्ष श्रावण के बाद अब भादो मास की 2 सवारी और शेष है. पहली सवारी 15 अगस्त को निकलेगी और 22 अगस्त को अंतिम सवारी निकलेगी.
ऐसा रहेगा सवारी मार्ग: महाकालेश्वर भगवान सोमवार शाम 4ः00 बजे परंपरा अनुसार नगर भ्रमण पर निकलेंगे. भगवान श्री महाकाल की सवारी निकलने के पूर्व महाकालेश्वर मंदिर स्थित सभामंडप में विधिवत भगवान श्री चन्द्रमौलीश्वर का पूजन-अर्चन होगा. भगवान ठीक 4 बजे प्रजा का हॉल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलेंगे. मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों के द्वारा पालकी में विराजित भगवान श्री चन्द्रमौलीश्वर को सलामी दी जाएगी. उसके पश्चात परंपरागत मार्ग से होते हुए सवारी शिप्रा तट रामघाट पर पहुंचेगी. जहां पर भगवान महाकाल का क्षिप्रा के जल से अभिषेक एवं पूजा-अर्चना किया जाएगा. पूजन -अर्चन के बाद सवारी निर्धारित मार्ग से होते दानी गेट, सती गेट, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार होते हुए महाकालेश्वर मंदिर लौटेगी.
(Bhado Month First Somwar) (Baba Mahakal Shahi Sawari Today)