उज्जैन। अंतरराष्ट्रीय फोटोग्राफी प्रतियोगिता में भारत को तीसरा स्थान मिला है, इस प्रतियोगिता में 36 देशों के फोटोग्राफरों ने हिस्सा लिया था. PSA फोटोग्राफी सोसायटी फॉर अमेरिका GOLDEN RATIO AWARD में भारत को यह अवॉर्ड STREET फोटोग्राफी में मिला है. प्रतिभागियों ने फोटोग्राफी के 8 सेक्शन में हिस्सा लिया. जिसमें से STREET सेक्शन के अंतर्गत यह अवॉर्ड 19 वर्षीय उज्जैन के कुलदीप केलवा के नाम है. कम उम्र में बड़ा मुकाम हासिल करने वाले कुलदीप एकमात्र फोटोग्राफर बने हैं. कुलदीप ने सिंहस्थ के दौरान साल 2016 में फोटो खींचे थे, जिनमें से 6 फोटोग्राफ अवॉर्ड में चयनित हुए हैं.
सिंहस्थ के दौरान कुलदीप ने खींचा था फोटो
सिंहस्थ के दौरान कुलदीप ने एक फोटो खींचा था, जिसमें 5 साधु संत एक साथ न्यूज़ पेपर पढ़ रहे हैं. उस के आधार पर उन्हें ये कांस्य पदक (bronze medal) मिला है. इसकी जानकारी कुलदीप को आधिकारिक इमेल द्वारा मिली. कुलदीप से जब हमने बात की, तो उन्होंने कहा कि यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा उपहार है. एक दिन देश के नाम गोल्ड मेडल हासिल करना चाहता हूं. मेरी कोशिश लगातार जारी है.
कौन हैं कुलदीप केलवा और क्या है यह अवॉर्ड ?
उज्जैन के कुलदीप केलवा एक युवा फोटोग्राफर हैं, जो वर्ष 2014 से फोटोग्राफी कर रहे हैं, यानी 17 वर्ष की उम्र से ही कुलदीप फोटोग्राफर मध्य प्रदेश के उज्जैन निवासी कुलदीप ने सिंहस्थ 2016 में जब उनकी उम्र 19 वर्ष थी. उस दौरान करीब 8,000 तस्वीरें अपने कैमरे में कैद की थी. जिसमें से 6 तस्वीरों को PSA फोटोग्राफर सोसायटी आफ अमेरिका द्वारा GOLDEN RATIO AWARD में शामिल किया गया है. यह आवॉर्ड 8 सेक्शन में हुआ. OPEN COLOUR , POTRAIT & BODY , LIFE, PHOTO JOURNALISM, N LAST STREET जिसमें 36 देशों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. कुलदीप को STEER SECTION में छह में से एक खास तस्वीर है, जिस फोटो में एक साथ पांच साधु संत न्यूज़ पेपर पढ़ रहे हैं. उस फोटो पर कांस्य पदक (bronze medal) मिला है. जो उनके जीवन का सबसे बड़ा उपहार है, वे चाहते हैं कि 1 दिन देश के लिए गोल्ड मेडल लेकर आए कम उम्र के कुलदीप के जुनून ने उन्हें आज एक बड़े मुकाम पर पहुंचाया है.
Nature Photography का बेहतरीन सीजन 'मानसून', देखिए रंग बिरंगे पक्षियों की आकर्षक तस्वीरें
कुलदीप की कड़ी मेहनत लाई रंग
कुलदीप ने बताया कि उन्होंने फोटोग्राफी काफी कम उम्र से ही शुरू कर दी थी. अवॉर्ड के बारे में उन्होंने बताया इंदौर में उनके बड़े भाई से इस प्रतियोगिता का पता लगा. जिसके बाद उन्होंने हिस्सा लिया, कुलदीप को यह अवॉर्ड दूसरी बार में मिला है, कुलदीप बताते हैं कि सिंहस्थ के दौरान वे टीम के साथ 4 बजे से 5:00 बजे के बीच से ही शूट पर निकल जाते थे और देर रात को घर लौटे थे, कुलदीप ने यह भी कहा मालवा मध्य प्रदेश में होने वाले इवेंट के अभी वे हिस्सा बन चुके हैं.