सतना। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रैगांव उपचुनाव के सिलसिले में विजयादशमी मनाने सतना पहुंचे. उन्होंने रैगांव विधानसभा क्षेत्र के सोहावल गांव में बीजेपी कार्यकर्ताओं के घर में ध्वज लगाकर विजयादशमी मनाई. मुख्यमंत्री ने कमलनाथ के निक्कर बयान पर भी पलटवारकिया. शिवराज सिंह ने प्रदेश में चारों उप चुनाव जीतने का दावा किया.
शिवराज सिंह की स्पेशल विजयादशमी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रैगांव विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव को लेकर सोहावल गांव में पहुंचे. उन्होंने यहां जनता को संबोधित किया. इसके बाद बीजेपी के विजय संकल्प कार्यक्रम के तहत कार्यकर्ताओं के घरों में भारतीय जनता पार्टी का झंडा लगाया. विजयादशमी का पर्व सीएम ने सोहावल ग्राम में बड़े धूमधाम से मनाया. सीएम ने लोगों से बीजेपी प्रत्याशी को जिताने की अपील की.
'कांग्रेस ने पहले 50 साल, फिर 15 महीने विनाश किया'
सीएम शिवराज ने कहा कि बुराई पर अच्छाई का पर्व इस संकल्प के साथ मनाएं कि हमारे अंदर भी अगर कोई बुराई हो तो उसे भी हम जलाकर राख करें. विजयादशमी के दिन भारतीय जनता पार्टी ने चारों उपचुनाव में विजय का संकल्प लिया है. दूसरी ओर कांग्रेस है, जिसने पहले 50 साल और फिर उसके बाद 15 महीने विनाश किया. कमलनाथ जी ने सारी योजनाएं बंद कर दी थी. कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है. कमलनाथ जैसे नेता को विकास और जनकल्याण से कोई लेना देना नहीं है
'अब निक्कर वाले नेतृत्व कर रहे हैं, तो उन्हें तकलीफ हो रही है'
कमलनाथ पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि वे कहते कि मैं बहुत पहले से सांसद हूं. जब बीजेपी के अध्यक्ष वीडी शर्मा निक्कर पहनते थे. सीएम ने कहा कि अब निक्कर पहनने वाले सक्षम नेतृत्व कर रहे हैं तो कमलनाथ जी को तकलीफ हो रही है. वे सिर्फ अनर्गल आरोप लगाते रहते हैं, करना धरना कुछ नहीं है. वे जनता के बीच जाते नहीं थे और केवल ट्विटर वार खेलते हैं. मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कमलनाथ जब आप सीएम थे, तो भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया मध्य प्रदेश को. और सारी योजनाएं बंद कर दी थी. गरीबों के कफन तक के 5 हजार रुपए छीन लिए. आप सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति करते हैं.
कमलनाथ ने वीडी शर्मा पर बोला था हमला
खंडवा में जनसभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा था कि 'वो कौन है उनका अध्यक्ष वीडी शर्मा, जब इसने निक्कर पहनना नहीं सीखा था, तब तो मैं सांसद था. ये मुझे पाठ पढा रहे हैं. ये अब मुझसे प्रश्न पुछ रहे हैं कि 15 महीने में क्या किया. आओ भाजपा के नेताओं इस जनता को सोलह साल का हिसाब दो.