इंदौर: देश के सबसे स्वच्छ शहर बने रहने के लिए इंदौर में नई पहल की गई है. इंदौर नगर निगम ने चालकों को कार डस्टबिन मुहैया कराने का फैसला लिया. जिससे सड़कों पर थूकने और कचरा फेंकने जैसी स्थिति पर काबू पाया जा सके. इसके लिए साल 2025 के पहले दिन 1 जनवरी को पायलट प्रोजेक्ट चलाया गया, जिसमें नगर निगम कमिश्नर शिवम वर्मा ने 500 कार चालकों को कार डस्टबिन वितरित किए.
नए साल में कार डस्टबिन वितरण कार्यक्रम
इंदौर को 8वीं बार देश के सबसे स्वच्छ शहर की सूची में शामिल करने की पूरी कोशिश की जा रही है. इसके लिए स्वच्छता सर्वेक्षण के पहले शहर में स्वच्छता बरकरार रखने के लिए लगातार कई तरह के कार्य किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में साल के पहले दिन कार डस्टबिन वितरण करने का निर्णय लिया गया. निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने शिवाजी प्रतिमा चौराहा से कार डस्टबिन वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया. उन्होंने चौराहे पर रुकने वाले कार चालकों को कार डस्टबिन देकर नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए शहर को स्वच्छ बनाए रखने की अपील की.
प्रमुख चौराहों पर कार डस्टबिन का वितरण
बुधवार को शहर के 5 प्रमुख चौराहों विजयनगर चौराहा, एलआईजी चौराहा, पलासिया चौराहा, शिवाजी वाटिका चौराहा और महूनाका चौराहा पर कार डस्टबिन का वितरण किया गया. वहीं, राहगीरों को यहां-वहां नहीं थूकने और खुले में कचरा नहीं फेंकने सहित रेड लाइट पर वाहनों के इंजन ऑफ करने की समझाइश दी गई. बताया गया कि कार डस्टबिन वितरण का कार्य आगे भी लगातार जारी रहेगा.
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स्वच्छता में लापरवाही पर कार्रवाई
निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों का रात्रिकालीन सफाई व्यवस्था के निर्देश दिए हैं. वहीं, निरीक्षण के दौरान सफाई कार्य में लापरवाही पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की गई है, जिसमें सफाई कार्य संतोषजनक नहीं पाए जाने पर जोन 9 वार्ड 46 के दारोगा विजय नरवले को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.
इसी प्रकार जोन 10 के सहायक सीएसआई संजय वेद का 3 दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं, जोन 10 वार्ड 43 के दारोगा राहुल का भी 3 दिन का वेतन काटने के निर्देश हैं. निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा " सफाई व्यवस्था को सुधारने में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. शहरवासियों को स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण प्रदान करना नगर निगम की प्राथमिक जिम्मेदारी है." इसके साथ ही सभी अधिकारियों को अपने कार्य क्षेत्र में सफाई व्यवस्था की लगातार निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए.