छतरपुर: बागेश्वर धाम में नए वर्ष के पहले दिन लाखों श्रद्धालुओं ने बालाजी का आशीर्वाद लेते हुए हनुमान चालीसा का पाठ किया और परिक्रमा की. बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने लोगों को अंग्रेजी नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा "आज के नौजवान नए साल की शुरुआत होटल और ढाबों में जाने के बजाय मंदिरों से कर रहे हैं, यह एक बदलाव की बयार है."
दुनिया के कई देशों में जगी सनातन की अलख
पं. धीरेन्द्र शास्त्री ने सनातन प्रेमियों से कहा "अपने धर्म के लिए अब एक साथ उठ खड़े होने का समय आ गया है. साल 2024 में हमने फिजी, न्यूजीलैंड, दुबई, आस्ट्रेलिया और लंदन पहुंच कर सनातन धर्म की अलख जगाई."
फिर से निकलेगी सनातन एकता के लिए पदयात्रा
पं. शास्त्री ने बताया "जात-पात की दीवार तोड़ने का जो बिगुल बागेश्वर धाम से फूंका गया है, उसका असर दिखने लगा है. सालों बाद 160 किलोमीटर की सनातन जोड़ो पैदल यात्रा हुई है. पद यात्रा के दौरान समरसता भोज के माध्यम से समाज के हर वर्ग को जोड़ने का प्रयास किया गया. पिछले साल 101 संत, महापुरुष धाम पर आए और आठ महापुरुषों ने बालाजी की कथा श्रवण कराई. 160 बेटियों का विवाह हुआ."
उन्होंने कहा "इस साल हमने तीन संकल्प लिए हैं. पहला- लोगों को जोड़ने के लिए इस साल फिर से सनातन जोड़ो पदयात्रा निकाली जाएगी. दूसरा- कैंसर हॉस्पिटल की आधारशिला रखी जाएगी और तीसरा- 26 फरवरी को 251 कन्याओं का विवाह होगा जिसमे 108 कन्याएं आदिवासी समुदाय से होंगी."
गत वर्ष 32 लाख से अधिक लोगों ने लिया अन्नपूर्णा का प्रसाद
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने बताया "अन्नपूर्णा कार्यालय के आंकड़ों एवं खर्च हुए राशन सामग्री के मुताबिक 32 लाख से अधिक लोगों ने वर्ष 2024 में अन्नपूर्णा का प्रसाद ग्रहण किया. बागेश्वर धाम में अन्नपूर्णा सेवा अनवरत चल रही है. यहां आने वाले श्रद्धालुओं को अन्नपूर्णा का प्रसाद निशुल्क मिल रहा है.
11 हजार पौधे रोपे, 18 कैंप लगे, लोगों को मिला लाभ
उन्होंने गत वर्ष की सेवाओं की चर्चा करते हुए कहा "विगत वर्ष करीब 11 हजार पौधे रोपे गए. वहीं स्वास्थ को ध्यान में रखते हुए करीब डेढ़ दर्जन स्वास्थ्य शिविर लगाए गए. जिसके माध्यम से पांच सौ महिलाओं और पुरुषों को नेत्र ज्योति मिली. साथ ही हजारों लोगों के स्वास्थ्य की जांच भी हुई.