सागर। आमतौर पर छोटे-मोटे विवादों को लेकर भी लोग थाने पहुंच जाते हैं और रिपोर्ट दर्ज कराना चाहते हैं. ऐसा ही एक मामला जिले के बंडा थाने से सामने आया जिसमें थाना प्रभारी ने सूझबूझ से मामूली विवाद की रिपोर्ट दर्ज कराने आए दो युवकों को थाने में बने मंदिर में समझा कर सुलह कराई. सुलह कुछ इस तरह हुई कि रिपोर्ट दर्ज कराने आए दोनों युवकों ने थाना परिसर में बने मंदिर में विराजमान भगवान राम-सीता की प्रतिमा के सामने पुजारी की मौजूदगी में लोटा में गंगा जल भर दोंनों ने बारी-बारी से लोटा अपने सिर पर रखकर गंगा जी की कसम खाई और अपनी-अपनी गलती स्वीकार कर सुलह की.
क्या है पूरा मामला
दरअसल बंडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम बुढ़ा खेरा में पुष्पेंद्र सिंह लोधी और अमोल सिंह लोधी दोनों चचेरे भाई हैं. अमोल लोधी गांव के सरपंच है, पुष्पेंद्र लोधी ने थाना में शिकायत दर्ज कराई थी कि सरपंच अमोल लोधी ने मुझे 50 जूते मारे हैं. इस बात को लेकर दोनों के बीच बंडा न्यायालय परिसर के समक्ष ही विवाद हो गया था. विवाद के बाद दोनों पक्षों ने थाने में एक दूसरे की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. पुष्पेंद्र सिंह लोधी का आरोप था कि उसके सरपंच अमोल सिंह लोधी ने उसे 50 जूते मारे हैं, जबकि सरपंच अमोल लोधी का कहना था कि मैं पिछले 7 साल से सरपंच हूं और पुष्पेंद्र लोधी किसी ना किसी बहाने मेरी रोज शिकायत करता है. इसने मुझे गालियां दी थी, तो मैंने भी इस को तमाचा मार दिया था.
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सर पर गंगाजल रख गलती की कबूल
पुलिस द्वारा तब विवाद की तह तक पहुंचा गया, तो समझ आया कि दोनों चचेरे भाई हैं और छोटे-मोटे विवाद के चलते आए दिन झगड़ा करते हैं और फिर पुलिस में शिकायत करते हैं. बंडा थाना प्रभारी मानस द्विवेदी ने दोनों को समझाया कि छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़ा नहीं करना चाहिए और अनावश्यक थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराना चाहिए. दोनों को समझाने पर जब दोनों सुलह के लिए तैयार हुए, तो तय किया गया कि थाना परिसर में बने मंदिर में भगवान राम सीता की मूर्ति के समक्ष दोनों गंगाजल अपने सिर पर रखकर सुलह करेंगे और आगे भी बात नहीं करेंगे.