सागर। सागर विश्वविद्यालय के छात्र रहे प्रदेश भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने भोपाल की पुरानी विधानसभा मिंटो हाल का नाम डॉ हरिसिंह गौर के नाम पर किए जाने की मांग की है. कानून विद,शिक्षाविद,साहित्यकार, दार्शनिक और सागर विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉ सर हरिसिंह गौर को भारत रत्न देने की मांग तो पहले से ही जोर पकड़ रही थी. लोगों का कहना है कि बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी डॉ हरिसिंह गौर को भारत रत्न(Dr. Hari Singh Gaur Bharat Ratna demand ) दिया जाना चाहिए. डॉ हरिसिंह गौर भारत के एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने अपने जीवन की पूरी कमाई बुंदेलखंड जैसे पिछड़े क्षेत्र में आजादी के पहले विश्वविद्यालय स्थापित (Hari Singh Gaur sagar university) करने में लगा दी.
मिंटो हाल का नाम डॉ हरिसिंह गौर के नाम पर करने की मांग
सागर विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र और मध्य प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने भोपाल स्थित पुरानी विधानसभा के मिंटो हाल का नाम महान शिक्षाविद, सागर में विश्वविद्यालय के संस्थापक सहित कई विश्वविद्यालयों के पूर्व कुलपति और संविधान सभा के उपसभापति रहे डॉ हरिसिंह गौर के नाम पर करने का आग्रह सीएम शिवराज सिंह से किया है. उनका कहना है कि डॉ हरिसिंह गौर की हस्ती के मुकाबले यह(minto hall rename hari singh gaur) मांग बहुत छोटी है. 26 नवंबर को संविधान दिवस के तौर पर देश मनाता है. 26 नवंबर को डॉ हरिसिंह गौर का जन्मदिन भी है.
डॉ गौर को भारत रत्न देने का प्रस्ताव पास करे सरकार
कांग्रेस के प्रवक्ता संदीप सबलोक का कहना है कि सागर विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र और मेरे मित्र रजनीश अग्रवाल की भावनाओं का मैं सम्मान करता हूं. डॉ हरिसिंह गौर हमारी आस्था का केंद्र हैं. लेकिन भारतीय जनता पार्टी उनके नाम के सहारे जो एजेंडा चला रही है, मैं इसको गलत मानता हूं. बेहतर होगा कि डॉ हरिसिंह गौर के नाम पर शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में कार्य किए जाएं, ताकि बुंदेलखंड क्षेत्र के युवाओं को रोजगार हासिल हो. डॉ हरिसिंह गौर को भारत रत्न देने का प्रस्ताव मध्यप्रदेश की विधानसभा में पारित कर केंद्र सरकार को भेजा जाए.
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गौर यूथ फोरम ने भी डॉक्टर गौर को भारत रत्न देने की मांग की
सागर विश्वविद्यालय के छात्रों और पूर्व छात्रों के संगठन गौर यूथ फोरम के संयोजक विवेक तिवारी का कहना है कि डॉ गौर एक ऐसे व्यक्तित्व थे, कि उन्हें अभी तक भारत रत्न मिल जाना चाहिए था. संविधान सभा के उपसभापति रहने के अलावा उन्होंने देश और दुनिया में कानून के क्षेत्र में बहुत नाम कमाया है. उन्होंने अपना सर्वस्व दान कर सागर विश्वविद्यालय बनाकर देश का इकलौता उदाहरण पेश किया है. डॉक्टर गौर को भारत रत्न दिए जाने के लिए गौर यूथ फोरम सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने जा रही है.