सागर। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में एक गर्भवती महिला के पेट से ऑपरेशन के दौरान आधा किलो का स्टोन निकाला गया. महिला सागर के सानोधा गांव की रहने वाली है और अपनी पहली डिलीवरी के लिए जिला चिकित्सालय सागर आई. लेकिन महिला को ना तो दर्द बढ़ रहा था और ना बच्चा आगे खिसक रहा था, इसलिए बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. ऐसी स्थिति के चलते महिला का सिजेरियन ऑपरेशन किया गया, तो महिला के पेट से आधा किलो का स्टोन निकला, जिसकी लंबाई 10 सेंटीमीटर है. ये बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है.
ऑपरेशन कर निकाला स्टोन
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में लेडी मेडिकल ऑफिसर पद पर पदस्थ डॉक्टर दीप्ती गुप्ता ने बताया है, कि 9 मार्च को बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में जिला चिकित्सालय से एक गर्भवती महिला रेफर होकर आई थी, जो सानोधा की रहने वाली है. महिला का पहला बच्चा था, इसलिए हम नॉर्मल डिलीवरी के प्रयास में थे. लेकिन ना तो महिला को दर्द बढ़ा और ना ही बच्चा आगे खिसका. जिसकी वजह से 12 मार्च को प्रभारी विभागाध्यक्ष डॉ जागृति किरण नागर के सहयोग से इमरजेंसी में महिला का सिजेरियन सेक्शन प्लान किया गया. ऑपरेशन के दौरान देखने में आया कि महिला की पेशाब की थैली में बहुत बड़ी गठान महसूस हो रही है. हमने तत्काल सर्जरी डिपार्टमेंट के सर्जन डॉ ओंकार और सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर दीपक सोनी से संपर्क किया. जिन्होंने सफलतापूर्वक ऑपरेशन कर महिला की पेशाब की थैली से पथरी को निकालने में सफलता हासिल की है. इस स्टोन का वजन 500 ग्राम है और लंबाई लगभग 10 सेंटीमीटर है.
ऑपरेशन के बाद जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ
डॉ. दीप्ति गुप्ता ने बताया है कि ऑपरेशन सफल होने के बाद बच्चा और उसकी मां दोनों स्वस्थ हैं. इस तरह के ऑपरेशन हजारों में एक होते हैं और यह बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की बड़ी उपलब्धि है.