रतलाम। लॉकडाउन के दौरान रतलाम के समाज सेवी लगाार जरूरतमंदों की मदद करने में जुटे हैं. शहर में हर दिन गरीबों के लिए भोजन पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की मदद ली जा रही है. सोशल मीडिया के माध्यम से ही जरूरतमंदों के लिए चलाई जा रही भोजनशाला में दान देने के लिए दानदाता भी आगे आ रहे हैं. रतलाम के लायंस हॉल में संचालित की जा रही रतलाम रसोई में हर दिन 24 सौ भोजन के पैकेट तैयार कर गरीबों में बांटे जा रहे हैं.
खास बात यह है कि लॉकडाउन में भोजन के पैकेटों का वास्तविक हकदारों तक पहुंचना मुश्किल हो रहा था. ऐसे में इन समाजसेवियों ने रतलाम रसोई नाम से व्हाट्सएप ग्रुप और फेसबुक पर कार्यकर्ताओं के नंबर पोस्ट कर रतलाम के लोगों से जरूरतमंदों के नाम और स्थान की जानकारी मांगी. जिसके बाद सोशल मीडिया के माध्यम से इन्हें जरूरतमंदों की जानकारी आसानी से प्राप्त हो रही है और हरदिन 24 सौ लोगों को भोजन के पैकेट सुबह और शाम बांटे जा रहे हैं. जबकि सोशल मीडिया पर ही इस संस्था को सहयोग राशि देने वाले कई दानदाता भी सामने आए हैं. जिससे रसोई चलाने में कोई परेशानी नहीं हो रही है.
लॉकडाउन के दौरान एक सामाजिक संस्था ने सोशल मीडिया का सदुपयोग करते हुए जरूरतमंदों तक भोजन के पैकेट पहुंचाने हुए इसकी मदद ली है. खास बात यह है कि लॉयस क्लब में हर दिन गरीबों को बुलाकर भी भोजन कराया जाता है. समाज सेवियों का कहना यह है कि यह मुश्किल का दौर है. कई गरीब ऐसी जगहों पर है. जिन्हें कंटेनमेंट एरिया घोषित किया गया था. इसलिए वहां सोशल मीडिया का माध्यम कारगर साबित हुआ. फिलहाल लॉकडाउन के दौरान ना सिर्फ सामाजिक संस्थाओं बल्कि शासन-प्रशासन के लिए भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म मददगार साबित हुआ है.