मंदसौर। किसान आंदोलन के दौरान जिन किसानों की मौत हुई है, उनके परिजनों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार का ऐलान किया है. दो साल पहले हुए किसान आंदोलन में मंदसौर जिले के 6 किसानों की पुलिस फायरिंग और पिटाई से मौत हो गई थी. इन किसानों के परिजन शासन-प्रशासन से, दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई और न्याय की मांग को लेकर गुहार लगा रहे हैं. मांग अब तक पूरी नहीं हुई है इसलिये अब इन परिवारों ने चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला लिया है.
मृत किसानों के परिजनों का कहना है कि इस घटना में ना पूर्व की भाजपा सरकार ने कोई सुनवाई की और न ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के आश्वासन के बाद प्रदेश सरकार ने. विधानसभा चुनाव के पहले हुए इस पूरे मामले में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले की जांच हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में बनी जैन आयोग से भी करवाई, लेकिन लंबी कानूनी उलझन में फंसे इस मामले का समय पर फैसला ना होने से किसानों के परिजन अब खासे नाराज हैं.
मामले में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव के पहले पिपलिया मंडी में एक आम सभा को संबोधित करते हुए परिजनों से भी मुलाकात की थी. वहीं उन्होंने प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के तत्काल बाद कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया था. लेकिन इस मामले में मौजूदा कमलनाथ सरकार के द्वारा आज तक भी कोई कार्रवाई न करने से परिजनों ने अब आगामी लोकसभा चुनाव के मतदान का बहिष्कार करने की चेतावनी दे डाली है.