कटनी। एक ओर शहर को स्वच्छता में नंबर वन बनाने के लिए नगर निगम दिन-रात काम करने की बात कह रहा है. तो दूसरी ओर शहर के कई इलाकों में लोग गंदगी के बीच जीने को मजबूर हैं, और नगर निगम कॉलोनी को अवैध बताकर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहा है. निगम के इस रवैये से परेशान कटनी के बालाजी नगर नगर के लोग चंदा जोड़ खुद के लिए सुविधाएं जुटाने लगे हैं.
अवैधता के नाम पर नहीं मिलती सुविधा
इंदिरा गांधी वार्ड कटनी के बालाजी नगर में गंदे पानी की निकासी ना होने से सड़कों में कीचड़ हो गया है, मजबूरी में स्थानीय लोगों ने चंदा कर स्वयं से नाली का निर्माण प्रारंभ कराया हैय स्थानीय लोगों का कहना है कि बालाजी नगर में सड़क किनारे एक सैकड़ा मकान हैं. लोगों का कहना है कि कई बार आवेदन देने के बाद भी कलेक्टर, नगर निगम आयुक्त और जन प्रतिनिधियी कॉलोनी के वैध ना होने की बात कहकर मामला ठंडे बस्ते में डाल देते हैं.
निगम लेता है सारे कर
बालाजी नगर के लोगों ने लोगों ने बताया कि उनसे बकायदा सारे टैक्स लिए जा रहे हैं, लेकिन सुविधा के नाम पर अवैध कॉलोनी बताकर नजरअंदाज कर रहे हैं. इसी से परेशान होकर लोगों ने आपस में चंदा किया और उसके बाद निर्माण कराने का कार्य शुरू कराया है.
हाई स्कूल को भी नहीं मिल रही सुविधाएं
कॉलोनी के मुख्य मार्ग से ही जुड़ा शासकीय हाई स्कूल है, जिसकी छात्राओं को भी गंदगी के बीच से शिक्षा के मंदिर जाना पड़ता है. आलम यह है कि यहां से निकलने वाले लोग आए दिन दलदल भरी सड़क में दुर्घटनाग्रस्त भी हो जाते हैं.
निगम अधिकारियों के पास लाख बहाने
ईटीवी भारत इस पूरे मामले पर नगर निगम के आला अधिकारियों से जानकारी चाही तो उन्होंने यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया कि 6 तारीख को मुख्यमंत्री आ रहे हैं तो इनकी तैयारियों में लगे हुए हैं.