जबलपुर। लोकायुक्त पुलिस ने लोक शिक्षण संचनालय में पदस्थ संयुक्त संचालक सहित दो बाबुओं को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. संयुक्त संचालक कार्यालय में पदस्थ अनीशा बी से घूस ली गई. विभागीय कार्यवाही ना करने और सरकारी मकान खाली ना करने के एवज में उनसे रिश्वत मांगी थी.
शुक्रवार को की थी शिकायत, लोकायुक्त ने मारा छापा
जानकारी के मुताबिक 26 अगस्त को लोक शिक्षण संचनालय कार्यालय में कंप्यूटर, मॉनिटर सहित अन्य सामान चोरी हुआ था. जिसकी शिकायत संबंधित थाने में भी की गई थी. चोरी का आरोप कार्यालय में पदस्थ अनीशा बी पर लग रहा था, जिसकी विभागीय कार्यवाही भी चल रही थी. इसी विभागीय कार्यवाही को ना करने को लेकर संयुक्त संचालक राम मोहन तिवारी ने अनीशा बेगम से 21000 रु की घूस मांगी थी.
संयुक्त संचालक ने मांगे रुपए, दो बाबू हुए गिरफ्तार
कार्यालय में पदस्थ अनीशा बी पर विभागीय कार्यवाही ना करने को लेकर संयुक्त संचालक राम मोहन तिवारी ने उनसे 21000 रु रिश्वत की मांग की.राम मोहन तिवारी ने यह भी कहा कि 21000 रु बाबू अशोक कुमार और संतोष को दे दो. इसकी शिकायत शुक्रवार को अनीशा बी के बेटे मोहम्मद गुलजार ने जबलपुर लोकायुक्त पुलिस से की थी.
रंगे हाथों पकड़े गए संयुक्त संचालक के साथ दोनों बाबू
अनीशा बी के बेटे मोहम्मद गुलजार ने रिश्वत मांगे जाने की शिकायत जबलपुर लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा से की थी.अनीशा बी का बेटा मोहम्मद गुलजार रिश्वत के 21000 रु लेकर राम मोहन तिवारी के पास पहुंचा. जहां संयुक्त संचालक ने रिश्वत के रुपए अशोक कुमार और संतोष को देने के लिए कहा.जैसे ही उन्होंने घूस के पैसे लिए, वैसे ही लोकायुक्त पुलिस ने संयुक्त संचालक सहित दोनों बाबू अशोक कुमार और संतोष पटेल को गिरफ्तार कर लिया.
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कार्यालय में मचा हड़कंप
जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने जैसे ही संयुक्त संचालक राम मोहन तिवारी सहित बाबू अशोक कुमार और संतोष को गिरफ्तार किया, वैसे ही पूरे कार्यालय में हड़कंप मच गया. अनीशा बी के बेटे मोहम्मद गुलजार ने बताया कि उसकी मां को बीते कई दिनों से लगातार परेशान किया जा रहा था. इतना ही नहीं महिला होने के बाद भी रात को चौकीदारी में उनकी मां की ड्यूटी लगाई जा रही थी.