जबलपुर। जिले के नयागांव में तेंदुआ दिखने के बाद से ही दहशत का माहौल है. एक तरफ वन विभाग अभी भी तेंदुए की तलाश कर रहा है, तो स्थानीय लोग डर के साए में रहने को मजबूर हैं. शनिवार रविवार की दरमियानी रात नयागांव से लगी पहाड़ी पर वन विभाग के ट्रैप कैमरे में भी तेंदुए की तस्वीर कैप्चर हुई है. हालांकि वन विभाग के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की है.
नयागांव सोसायटी के अध्यक्ष रजत भार्गव के घर के नजदीक से गुजरने वाले नाले तक तेंदुए के निशान मिले हैं. रविवार को वन विभाग ने जिस जगह पर कैमरा लगाया था वहां और उसके आसपास का निरीक्षण किया, जहां एक स्थान पर नर तेंदुए के पांव के निशान भी मिले हैं. बीते तीन महीनों से तेंदुए की मौजूदगी की चर्चा के बाद भी अब तक वन विभाग की टीम तेंदुए को नहीं पकड़ पाया है.
19 दिसंबर को अध्यक्ष रजत भार्गव ने खुद टेलिस्कोप और कैमरे की मदद से तेंदुए की तस्वीर लेकर वन विभाग को सौंपी थी. जिसके बाद कान्हा नेशनल पार्क से स्पेशलिस्ट की टीम आकर पहाड़ी का निरीक्षण भी कर चुकी है. नयागांव के आसपास 4 पिंजरे भी लगा दिए गए लेकिन खाली पिंजरों में न तो तेंदुआ फंसा और न ही वन विभाग की टीमों को यह तेंदुआ नजर आया.
डर के साए में हैं स्थानीय
आलम यह है कि स्थानीय लोगों और वन विभाग के अधिकारी अलग-अलग दावे कर रहे हैं. सोसायटी के अध्यक्ष का कहना है कि वन विभाग अधूरे संसाधनों के साथ केवल औपचारिकता निभा रहा है, तेंदुए ने क्षेत्र में घूमने वाले आवारा कुत्तों का शिकार किया है. जिससे उनकी संख्या बेहद कम हो गई है. स्थानीय लोगों में डर बना हुआ है और शाम होते ही लोग घरों में दुबक जाते हैं. पहाड़ी क्षेत्र से निकलकर अब तेंदुआ लोगों के घरों के आसपास चहलकदमी करने लगा है जिससे लोगों की जान को खतरा बना हुआ है.