जबलपुर। खरगोन में हुई हिंसा के मामले में फर्जी ट्वीट कर दिग्विजय सिंह मुसीबत में पड़ गए हैं. हालांकि, कांग्रेस उनका बचाव कर रही है. प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री और जबलपुर से कांग्रेस विधायक तरुण भनोट ने कहा कि, कांग्रेस और उसके नेता कभी भी धार्मिक उन्माद नहीं फैलाते. कांग्रेस महात्मा गांधी के सिद्धांतों को मानने वाली पार्टी है. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि देश की जनता जानती है कि ध्रुवीकरण के लिए कौन धार्मिक उन्माद फैलाता है.
विश्वास सारंग को गंभीरता से नहीं लेता: तरुण भनोट ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि, देश और प्रदेश में महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे को दबाने के लिए सत्ता प्रायोजित धार्मिक उन्माद फैलाया जा रहा है. इधर, दिग्विजय सिंह के ट्वीटर एकाउंट सस्पेंड करने की मंत्री विश्वास सारंग की मांग पर तरुण भनोट ने कहा है कि वे बात-बात पर बयान देने वाले विश्वास सारंग को कभी गंभीरता से नहीं लेते और मीडिया को भी उन्हें गंभीरता से नहीं लेना चाहिए.
दिग्विजय के ट्वीट से पार्टी का किनारा, कांग्रेस विधायक ने खोला मोर्चा, मांगा सबूत
यह था मामला: खरगोन में राम नवमी के जुलूस के दौरान हिंसक घटना हुई थी. दिग्विजय सिंह ने ट्वीट में बिहार के वीडियो को खरगोन हिंसा का बताया था. उन्होंने पोस्ट कर लिखा था कि क्या तलवार-लाठी लेकर धार्मिक स्थल पर झंडा लगाना उचित है? क्या खरगोन प्रशासन ने इजाजत दी थी. लेकिन वो तस्वीर खरगोन या एमपी की न होकर मुजफ्फरपुर (बिहार) की थी. गलती का अहसास होते ही उन्होंने फौरन अपनी पोस्ट डिलीट कर दी थी.
(Tarun Bhanot defends Digvijay Singh) (MLA tarun bhanot statement) (Digvijay singh tweet on khargone violence)