जबलपुर। अब जल्द ही मध्य प्रदेश के छात्र छात्राओं को वीरांगना रानी दुर्गावती की वीर गाथाओं को पढ़ने का मौका मिलेगा. रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस के मौके पर जबलपुर पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया है कि रानी दुर्गावती समेत तमाम आदिवासी सेनानायकों की शौर्य गाथा को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा. गोंडवाना साम्राज्य की रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस को आज गौरव दिवस के रूप में मनाया गया. इस मौके पर रानी दुर्गावती की समाधि स्थल पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की.
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#Jabalpur में महान वीरांगना रानी दुर्गावती जी के बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम। https://t.co/aEU3MOd2Cq
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) June 24, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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बलिदान स्थल पर आयोजित की गई एक चित्र प्रदर्शनी: रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस के मौके पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर कई आदिवासी संगठन भी समाधि स्थल पहुंचे और रानी दुर्गावती के बलिदान को याद किया. बलिदान स्थल पर आयोजित की गई एक चित्र प्रदर्शनी का भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अवलोकन किया. मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, रानी दुर्गावती का बलिदान आज की युवा पीढ़ी को प्रेरणा देने वाला है.
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रानी दुर्गावती महान वीरांगना होने के साथ-साथ कुशल प्रशासक थीं। जबलपुर में उन्होंने 52 तालाब बनवाये, जो आज भी जल प्रबंधन का उत्कृष्ट उदाहरण हैं।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 24, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
रानी दुर्गावती जी के बलिदान दिवस पर जबलपुर में उनकी समाधि पर पहुंचकर चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित की। https://t.co/KrJv4pO8CX https://t.co/upoMkhVSny pic.twitter.com/RLpZcG0fV5
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रानी दुर्गावती जी के बलिदान दिवस पर जबलपुर में उनकी समाधि पर पहुंचकर चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित की। https://t.co/KrJv4pO8CX https://t.co/upoMkhVSny pic.twitter.com/RLpZcG0fV5रानी दुर्गावती महान वीरांगना होने के साथ-साथ कुशल प्रशासक थीं। जबलपुर में उन्होंने 52 तालाब बनवाये, जो आज भी जल प्रबंधन का उत्कृष्ट उदाहरण हैं।
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रानी दुर्गावती कार्यकाल के जल स्रोत अद्भुत इंजीनियरिंग का उदाहरण: रानी दुर्गावती ने कभी मुगलों के आगे सर नहीं झुकाया और हंसते-हंसते अपना बलिदान दे दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि रानी दुर्गावती न केवल एक कुशल शासक थी, बल्कि उनके द्वारा निर्मित कराए गए जल स्रोत भी अद्भुत इंजीनियरिंग का उदाहरण हैं. रानी दुर्गावती ने अपने कार्यकाल में जबलपुर में जल संरक्षण का अद्भुत नमूना पेश किया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि आप इससे प्रेरणा लें कि कैसे स्वाभिमान से जीना है और देश में विकास करना है.
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वीरांगना रानी दुर्गावती जी स्वाभिमान और नारी सशक्तिकरण की प्रतीक हैं। उन्होंने अकबर की अधीनता स्वीकार करने की बजाए डटकर मोर्चा लिया और जब एक तीर गले में आकर लग गया तो स्वयं अपनी जान दे दी, लेकिन नारी सम्मान पर आंच नहीं आने दी: मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj pic.twitter.com/yXJyBWLp5H
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">वीरांगना रानी दुर्गावती जी स्वाभिमान और नारी सशक्तिकरण की प्रतीक हैं। उन्होंने अकबर की अधीनता स्वीकार करने की बजाए डटकर मोर्चा लिया और जब एक तीर गले में आकर लग गया तो स्वयं अपनी जान दे दी, लेकिन नारी सम्मान पर आंच नहीं आने दी: मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj pic.twitter.com/yXJyBWLp5H
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