ग्वालियर । मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर की लापरवाही के कारण हजारों पैरामेडिकल छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है. 4 साल की स्नातक परीक्षा 6 साल में भी पूरी नहीं हो रही है.(Jabalpur Paramedical Degree Delay) छात्र-छात्राएं चिकित्सा शिक्षा मंत्री से भी गुहार लगा चुके हैं कि उन्हें जनरल प्रमोशन दिया जाए. लेकिन उनकी अभी तक ना तो पैरामेडिकल काउंसिल ने सुनवाई की है, ना ही चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने छात्रों को कोई आश्वासन दिया है. छात्रों ने अब हाईकोर्ट से गुहार लगाई है.
4 साल की डिग्री 6 साल में भी पूरी नहीं
आखिरकार इन छात्र-छात्राओं ने हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है. जिस पर हाईकोर्ट ने शुक्रवार को सरकार को नोटिस जारी किए हैं. बीपीटी, बीएमएलटी और डीएमएलटी के विद्यार्थियों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर जनरल प्रमोशन की मांग लंबे अरसे की जा रही है.(paramedical students high court) पैरामेडिकल छात्रों का कहना है कि यह सभी पाठ्यक्रम आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर से संबंधित हैं.
हाईकोर्ट की शरण में पैरामेडिकल छात्र
जबलपुर आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय इन पैरामेडिकल छात्रों के लिए परीक्षा का आयोजन करता है. लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण 2 साल से उनकी परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं. इस कारण उनकी डिग्री 2 साल पिछड़ गई है. पूरे प्रदेश में 25000 से ज्यादा पैरामेडिकल विद्यार्थी हैं. उन्होंने अपने भविष्य को ध्यान देते हुए में रखते हुए जनरल प्रमोशन की मांग की है. आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर छात्रों को प्रमोट किया जा सकता है, क्योंकि मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर द्वारा नर्सिंग पाठ्यक्रमों के प्रथम द्वितीय, तृतीय वर्ष के छात्र पूर्व में जनरल प्रमोशन पा चुके हैं. इसके आदेश भी जारी किए जा चुके हैं.