जबलपुर । मिर्च का स्वाद भले तीखा हो ,लेकिन यह तीखापन किसानों की जिंदगी में मिठास घोल रहा है. मिर्च की फसल से साल में 3 बार उत्पादन मिल रहा है. जिससे साल भर किसानों को कमाई हो रही है. यह ऐसी फसल है जो किसानों की जेब में रोज पैसा डालती है. लेकिन मिर्च की खेती कैसे करें जिससे आपको ज्यादा से ज्यादा मुनाफा हो. इसके गुर बताए रिटायर्ड कृषि वैज्ञानिक डॉ. ए.के नायडू से. (benefits of green chili)
अच्छी पैदावार के लिए मिट्टी का चयन : डॉ. ए.के नायडू के मुताबिक हरी मिर्च ऐसी फसल है. जो हर मौसम में उगाई जा सकती है. अच्छी पैदावार के लिए हल्की उपजाऊ और पानी के अच्छे निकास वाली जमीन का चुनाव करना चाहिए. मिर्च की अच्छी पैदावार के लिए कार्बनिक पदार्थ की वाली दोमट या बलुई मिट्टी सही होती है.
खेती के लिए सही समय : एक बार पौधे की रोपाई के बाद 9 महीने तक मिर्च की पैदावार होती है. जुताई के समय 300-400 क्विंटल गोबर की खाद प्रति एकड़ मिला दें. इसके बाद 4 फीट की दूरी पर क्यारी बना लें. मेड़नुमा क्यारी बना कर उसमें सिंचाई के लिए पाईप बिछा दें.खास बात यह है कि हरी मिर्च की खेती के साल में 3 बार फसल ली जा सकती है.एक्सपर्ट के मुताबिक खेती के लिए जून-जुलाई, सितम्बर-अक्टूबर और फरवरी-मार्च का समय सही माना जाता है.
मिर्च की उन्नत किस्म का चयन : मिर्च की उन्नत किस्म का चयन अपने क्षेत्र के अनुसार करना चाहिए. मौसम के हिसाब से हाइब्रिड किस्म का उपयोग करने से अच्छा फायदा मिल सकता है. अपर्ना, पचास यलो, काशी अनमोल, काशी विश्वनाथ, जवाहर मिर्च-283, जवाहर मिर्च-218, अर्का सुफल या फिर एचपीएच-1900, 2680, उजाला और यूएस-611, 720 संकर किस्म का किसान भाई चयन कर सकते हैं.
खेती के समय इन बातों का रखें ध्यान : हरी मिर्च में खाद और सिंचाई सबसे ज्यादा उपयोगी है. ड्रिप कल्टीवेशन में दो फीट की दूरी पर पौधे लगाएं और क्यारी की दूरी 4 से 5 फीट रखें. हरी मिर्च को कम पानी की जरूरत पड़ती है. ज्यादा पानी देने के कारण पौधे के हिस्से लंबे और पतले हो जाते हैं और फूल गिरने लगते हैं. यदि पौधा शाम के समय मुरझा रहा है तो समझ लें कि सिंचाई की जरूरत है. फूल निकलने और फल बनने के समय भी सिंचाई जरूरी है.
हरी मिर्च से अधिक कमाई के उपाय : हरी मिर्च की खेती नगदी फसल के रूप में की जाती है. मिर्च की उन्नत किस्मों को उगाने के साथ फसल की सुरक्षा का उचित उपाय करें तो लागत की तुलना में दो से तीन गुनी कमाई हो सकती है. एक एकड़ खेती की लागत औसतन 35-40 हजार रूपये आती है. 1 एकड़ में औसतन मिर्च की उपज 60 क्विंटल तक होती है. ऐसे में किसान को डेढ़ से 2 लाख रुपये की कमाई हो सकती है.
अगस्त में लगाया पौधा सितंबर में आ जाएंगे फल : डॉ. नायडू बताते है कि, उन्होंने अपने खेत में 15 अगस्त को मिर्ची की फसल लगाई थी और सितंबर में फल आना शुरू हो गए. 8 से 9 महीने तक उत्पादन मिलता है. शुरूआत में मिर्च को थ्रिप्स का रोग लगता है जो प्रमुख रोग है. इससे फसल का बचाव करना बेहद जरूरी है. पौधे रोग से बच गए तो नियमित कमाई का जरिया बन जाता है.
जानें सेहत के लिए हरी मिर्च कितनी फायदेमंद : मिर्च में कैप्साइसिन नामक तत्व होता है. मिर्च का उपयोग कर कई दवाइयां बनाई जाती है. कैप्साइसिन में दवाई बनाने वाले तत्व मिलते हैं. खासतौर पर कैंसर रोधी और दर्द दूर करने वाले तत्व मिर्च में होते हैं. मिर्च में विटामिन A, विटामिन C, फॉस्फोरस और कैल्शियम के साथ लवण भी होते हैं. यह खून को पतला करने और दिल की बीमारियों को दूर करने में मदद करते हैं.