जबलपुर। स्वच्छता अभियान को अपनी प्राथमिकता में शामिल कर जिले भर में कार्रवाई में जुटे कलेक्टर का पारा उसय समय चढ़ गया, जब उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर में बड़े पैमाने पर गंदगी देखी. कलेक्ट्रेट के पैदल निरीक्षण के बाद कलेक्टर ने अधिकारी-कर्मचारी पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने परिसर में फैली गंदगी और कार्यालय परिसर में निर्धारित स्थान की बजाय कहीं भी टेबिल-कुर्सी लगाकर बैठे दस्तावेज लेखकों और स्टाम्प वैंडरों को भी वहां से हटाने के निर्देश दिए थे. कलेक्टर के आदेश का असर आज छुट्टी के दिन भी दिखाई दिया.
लापरवाही बरतने पर होगी कार्रवाई: शहर में स्वच्छता को लेकर कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी सख्त हैं. कलेक्टर ने हिदायत दी है कि स्वच्छता को लेकर जिस भी अधिकारी ने लापरवाही की तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. कलेक्टर का एक्शन देखते ही सरकारी दफ्तरों के अधिकारी-कर्मचारी टेंशन में आ गए. यही वजह रही कि शनिवार के दिन भी अधिकारी कर्मचारी अपने अपने दफ्तर (Collector office jabalpur) पहुंचे और साफ-सफाई में जुट गए. इस दौरान अपर कलेक्टर और एसडीएम (sdm) कलेक्ट्रेट का निरीक्षण कर अधिकारी कर्मचारियों की निगरानी करते रहे.
अधिकारी कर रहे सफाई: जबलपुर कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी (jabalpur Collector Dr. Ilaiyaraja T) ने रजिस्ट्री कार्यालय, होमगार्ड, आदिम जाति कल्याण विभाग पर गंदगी को देखकर कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर की थी. गंदगी को लेकर दी गई कलेक्टर की सख्त हिदायक के बाद शनिवार को छुट्टी के दिन भी सरकारी कार्यालयों में नजारा देखने लायक था. जिसके कई वीडियो भी सामने आए जिसमें अधिकारी-कर्मचारी खुद अपने हाथों से अपने कार्यालयों की सफाई करते नजर आए.
रैंकिंग का रखा जा रहा ध्यान: आमजन की समस्याओं के अलावा कलेक्टर इलैयाराजा का स्वच्छता पर ज्यादा फोकस है. यही वजह है कि स्वच्छता अभियान और स्वच्छ सर्वे के लिए की जा रही तैयारियों की उन कमियों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. जिनकी वजह से पिछले साल जबलपुर की स्वच्छता रैंकिंग (Jabalpur cleanliness Survey Ranking) प्रभावित हुई थी. (Jabalpur cleanliness drive).