जबलपुर। कोरोना काल में रेमडेसिविर इंजेक्शन (Fake Remdesivir Injection case) की नकली सप्लाई को लेकर मध्य प्रदेश और गुजरात पुलिस जब अलर्ट पर हुई तो कई बड़े नाम सामने आए. ऐसे आरोपियों की संख्या अब बढ़ती जा रही है. गुरुवार को गुजरात पुलिस ने नागेश नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो रेमडेसिविर की नकली शीशियों के लिए स्टीकर बनाया करता था.
जबलपुर लाया जाएगा नागेश
मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी नागेश जल्द ही प्रोटेक्शन वारंट के तहत जबलपुर लाया जाएगा. अब तक नकली रेमडेसिविर मामले में पुलिस 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. इसी कड़ी में गुरुवार को नागेश नाम के आरोपी को गुजरात के मोरबी जिले से गिरफ्तार किया गया है.
जांच के दौरान अंडरग्राउंड हो गया था नागेश
बताया जा रहा है कि आरोपी नागेश शुरू से ही अन्य आरोपियों के साथ इस नकली गोरखधंधे के काम में लिप्त था. इस मामले में जब पुलिस ने कार्रवाई शुरू की तो आरोपी अचानक अंडरग्राउंड हो गया.
Fake Remdesivir Injection केसः जबलपुर पुलिस को मिली गुजरात के चार आरोपियों की रिमांड
नकली रेमडेसिविर मामले में अब तक गिरफ्तार आरोपियों में सिटी अस्पताल संचालक सरबजीत सिंह मोखा, बेटा हरकरण सिंह मोखा, पत्नी जसमीत सिंह, अस्पताल मैनेजर सोनिया खत्री और फार्मासिस्ट देवेश चौरसिया है. गुजरात पुलिस ने इस मामले में लिप्त सपन जैन, सुनील मिश्रा, कौशल गौरा, पुनीत शाह, राकेश शर्मा और नागेश को गिरफ्तार किया है.