ETV Bharat / city

यहां मछली के कुंड में मांगी जाती है प्रेम की मन्नत, अब विशिंग वेल के नाम से हो गया फेमस

इंदौर में मछली के लिए बनाए गए कुंड में लोग प्रेम की मन्नत मागते हैं. यहां लोग सिक्के डालकर मन्नत मांग रहे हैं. इस विशिंग वेल में सिक्के डालकर मन्नत मांगने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. (Wishing Well Indore)

Indore ZOO
इंदौर जू
author img

By

Published : May 4, 2022, 11:08 PM IST

इंदौर। कहते हैं आस्था के नाम पर जितना भी किया जाए कम ही होता है. ऐसी ही कहानी इंदौर के चिड़ियाघर में बने फिश पॉन्ड की है. इसे मछलियों के लिए बावड़ी नुमा आकार में बनाया गया. यहां आने वाले सैलानियों ने उसे मन्नत का कुआं मान लिया. देखते ही देखते लोग इस कुंड में सिक्के डालकर प्रेम की मन्नत मांगने लगे हैं. अब स्थिति यह है कि यहां प्रेमी जोड़े अपने प्रेमी को पाने के लिए सिक्का डालकर मन्नत मांगते हैं.(Wishing Well Indore )

मछली के कुंड में मांगी जाती है प्रेम की मन्नत

पक्षियों के लिए बना था कुंड: चिड़ियाघर में नेशनल जू अथॉरिटी की सहमति से पक्षी विहार तैयार किया गया है. इस पक्षी विहार में पक्षियों के लिए छोटी मछलियों का कुंड बनाया गया. चिड़ियाघर प्रशासन ने पक्षी विहार में कुंड को बावड़ी नुमा बनाया ताकि पक्षी आसपास बैठ सकें. यहां पक्षियों को देखने के लिए जो प्रेमी जोड़े आए उन्होंने फिश पॉन्ड को ही मन्नत का कुंड मान लिया. (people putting coins in pool fulfill wishes)

जामनगर में बन रहे सबसे बड़े जू को लग सकता है झटका, भोपाल से जानवरों के देने पर संशय

कुंड में डाले जाते हैं सिक्के: बताया जाता है कि इस कुंड में सिक्के डालकर मन्नत मांगने से किसी प्रेमी जोड़े की मन्नत पूरी हो गई. यह बात अन्य लोगों में भी फैली और देखते ही देखते यहां कुंड में सिक्के डालने का क्रम शुरू हो गया. स्थिति यह है कि पक्षियों को देखने के लिए यहां जो लोग पहुंच रहे हैं. वह इस कुंड में सिक्के डालकर मन्नत मांग रहे हैं. इतना ही नहीं अब कुंड को विशिंग वेल मान लिया गया है.

उत्तराखंड में बंदर और लंगूरों की संख्या में आई रिकॉर्ड कमी, जानिए वजह

मन्नत लेकर पहुंचे प्रेमी जोड़े: लोगों का कहना है कि इस कुंड में पैसे डालकर मन्नत मांगने से हर तरह की मन्नत पूरी होती है. यह बात और है कि मन्नत पूरी होने की कोई भी कहानी चिड़ियाघर प्रशासन के सामने नहीं आई है. हालांकि लोग सिक्के डाल रहे हैं. कुंड में मछलियों की आवाजाही कम हो गई है. सिक्के डालने कि इस मान्यता के कारण पक्षी विहार में सैलानियों की संख्या बढ़ गई है. इन सैलानियों में खासकर वे प्रेमी जोड़े हैं, जो अपनी मन्नत लेकर पहुंचे हैं.

इंदौर। कहते हैं आस्था के नाम पर जितना भी किया जाए कम ही होता है. ऐसी ही कहानी इंदौर के चिड़ियाघर में बने फिश पॉन्ड की है. इसे मछलियों के लिए बावड़ी नुमा आकार में बनाया गया. यहां आने वाले सैलानियों ने उसे मन्नत का कुआं मान लिया. देखते ही देखते लोग इस कुंड में सिक्के डालकर प्रेम की मन्नत मांगने लगे हैं. अब स्थिति यह है कि यहां प्रेमी जोड़े अपने प्रेमी को पाने के लिए सिक्का डालकर मन्नत मांगते हैं.(Wishing Well Indore )

मछली के कुंड में मांगी जाती है प्रेम की मन्नत

पक्षियों के लिए बना था कुंड: चिड़ियाघर में नेशनल जू अथॉरिटी की सहमति से पक्षी विहार तैयार किया गया है. इस पक्षी विहार में पक्षियों के लिए छोटी मछलियों का कुंड बनाया गया. चिड़ियाघर प्रशासन ने पक्षी विहार में कुंड को बावड़ी नुमा बनाया ताकि पक्षी आसपास बैठ सकें. यहां पक्षियों को देखने के लिए जो प्रेमी जोड़े आए उन्होंने फिश पॉन्ड को ही मन्नत का कुंड मान लिया. (people putting coins in pool fulfill wishes)

जामनगर में बन रहे सबसे बड़े जू को लग सकता है झटका, भोपाल से जानवरों के देने पर संशय

कुंड में डाले जाते हैं सिक्के: बताया जाता है कि इस कुंड में सिक्के डालकर मन्नत मांगने से किसी प्रेमी जोड़े की मन्नत पूरी हो गई. यह बात अन्य लोगों में भी फैली और देखते ही देखते यहां कुंड में सिक्के डालने का क्रम शुरू हो गया. स्थिति यह है कि पक्षियों को देखने के लिए यहां जो लोग पहुंच रहे हैं. वह इस कुंड में सिक्के डालकर मन्नत मांग रहे हैं. इतना ही नहीं अब कुंड को विशिंग वेल मान लिया गया है.

उत्तराखंड में बंदर और लंगूरों की संख्या में आई रिकॉर्ड कमी, जानिए वजह

मन्नत लेकर पहुंचे प्रेमी जोड़े: लोगों का कहना है कि इस कुंड में पैसे डालकर मन्नत मांगने से हर तरह की मन्नत पूरी होती है. यह बात और है कि मन्नत पूरी होने की कोई भी कहानी चिड़ियाघर प्रशासन के सामने नहीं आई है. हालांकि लोग सिक्के डाल रहे हैं. कुंड में मछलियों की आवाजाही कम हो गई है. सिक्के डालने कि इस मान्यता के कारण पक्षी विहार में सैलानियों की संख्या बढ़ गई है. इन सैलानियों में खासकर वे प्रेमी जोड़े हैं, जो अपनी मन्नत लेकर पहुंचे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.