इंदौर। डॉ भीमराव अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय के Ph.D के शोधार्थियों और प्रबंधन के बीच चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. शोधार्थियों ने गाइड नहीं मिलने और पढ़ाई में आ रही दिक्कतों को लेकर कई बार प्रदर्शन करके अपना विरोध दर्ज कराया, लेकिन इस मामले का कोई समाधान नहीं निकला. विश्वविद्यालय प्रबंधन ने अब शोधार्थियों की समस्या के समाधान के लिए उन्हें दूसरे विश्वविद्यालयों में ट्रांसफर करने का फैसला किया है.
अंबेडकर विश्वविद्यालय के शोधार्थियों को प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों में ट्रांसफर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. जिसमें करीब 35 छात्रों को इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में ट्रांसफर किया जा रहा है. इस मामले पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ अनिल शर्मा का कहना है कि 'अंबेडकर विश्वविद्यालय में गाइड नहीं होने के चलते यहां पीएचडी करने वाले शोधार्थियों को अन्य विश्वविद्यालयों में ट्रांसफर किया जा रहा है. जिसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. आने वाले दिनों में यह प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी'.
मौजूदा समय में शोधार्थियों के लिए खाली सीटों और विषयों की जानकारी इकट्ठा कर विज्ञापन जारी करने की प्रक्रिया विश्वविद्यालय द्वारा की जा रही है. हालांकि विज्ञापन जारी होने पर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के शोधार्थियों को देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में ट्रांसफर प्रक्रिया के लिए आवेदन करना होगा.