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प्याज का नाम सुनते ही आंख में आ रहे आंसू, इंदौर में भी दाम 100 रुपए के पार - इंदौर में बढ़ रहे प्याज के दाम्

इंदौर में भी प्याज के दाम 100 रुपए तक पहुंच गए हैं. जिससे आम आदमी की पहुंच से अब प्याज दूर हो गई है. जबकि प्याज उत्पादक किसानों का कहना है कि मंडियों में उन्हें प्याज का सही दाम नहीं मिल रहा है. जबकि महंगी प्याज बेच कर मुनाफाखोर चांदी काट रहे हैं.

इंदौर में प्याज के दाम 100 रुपए के पार
इंदौर में प्याज के दाम 100 रुपए के पार
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Published : Dec 1, 2019, 5:36 AM IST

इंदौर। देशभर में तेजी से बढ़ते प्याज के दामों से आम आदमी की आंसू निकल रहे हैं. मिनी मुबंई के नाम से मशहूर इंदौर में भी प्याज के 100 रुपए के पार पहुंच चुके हैं. आलम यह है कि जहां आम ग्राहक महंगा प्याज खरीद तक नहीं पा रहा है. लेकिन इंदौर मंडी में प्याज बैचने आए किसानों का कहना है मंडी में प्याज दरों पर बेचना पड़ रहा है. नतीजतन महंगी प्याज बेच कर मुनाफाखोर चांदी काट रहे हैं.

इंदौर में प्याज के दाम 100 रुपए के पार

प्याज की महंगी कीमतों के बावजूद इसका वास्तविक दाम प्याज उत्पादक किसानों को अब भी नहीं मिल रहा है. जो प्याज दूरदराज के गांव और महाराष्ट्र से इंदौर की देवी अहिल्या सब्जी मंडी में बिकने के लिए आ रही है उसकी कीमत प्रति किलो 20 से 40 रुपए तक ही है. लेकिन यही प्याज जब आम उपभोक्ताओं तक पहुंच रहा है तो इसकी कीमत 80 से 100 रुपए किलो तक पहुंच रही है. यानि मुनाफाखोर प्याज से फायदा उठा रहे हैं.

ऐसे में प्याज उत्पादक किसान जहां मंडी में कम भाव मिलने की मार झेल रहा है तो वहीं प्याज के आम ग्राहक उसी प्याज को दुगने से तिगुने दाम पर खरीदने को मजबूर हैं. स्थानीय मंडियों में आम ग्राहक जो प्याज 2 से 3 किलो खरीदते थे वह अब आधा किलो ही प्याज खरीद पा रहे हैं. जबकि किसानों का कहना यह है कि प्याज पर से निर्यात की शर्त हटा लेने के कारण महंगाई बढ़ी है. हालांकि बावजूद इसके उम्मीद की जा रही है कि आगामी कुछ दिनों बाद प्याज के दाम नियंत्रण में आ सकेंगे.

इंदौर। देशभर में तेजी से बढ़ते प्याज के दामों से आम आदमी की आंसू निकल रहे हैं. मिनी मुबंई के नाम से मशहूर इंदौर में भी प्याज के 100 रुपए के पार पहुंच चुके हैं. आलम यह है कि जहां आम ग्राहक महंगा प्याज खरीद तक नहीं पा रहा है. लेकिन इंदौर मंडी में प्याज बैचने आए किसानों का कहना है मंडी में प्याज दरों पर बेचना पड़ रहा है. नतीजतन महंगी प्याज बेच कर मुनाफाखोर चांदी काट रहे हैं.

इंदौर में प्याज के दाम 100 रुपए के पार

प्याज की महंगी कीमतों के बावजूद इसका वास्तविक दाम प्याज उत्पादक किसानों को अब भी नहीं मिल रहा है. जो प्याज दूरदराज के गांव और महाराष्ट्र से इंदौर की देवी अहिल्या सब्जी मंडी में बिकने के लिए आ रही है उसकी कीमत प्रति किलो 20 से 40 रुपए तक ही है. लेकिन यही प्याज जब आम उपभोक्ताओं तक पहुंच रहा है तो इसकी कीमत 80 से 100 रुपए किलो तक पहुंच रही है. यानि मुनाफाखोर प्याज से फायदा उठा रहे हैं.

ऐसे में प्याज उत्पादक किसान जहां मंडी में कम भाव मिलने की मार झेल रहा है तो वहीं प्याज के आम ग्राहक उसी प्याज को दुगने से तिगुने दाम पर खरीदने को मजबूर हैं. स्थानीय मंडियों में आम ग्राहक जो प्याज 2 से 3 किलो खरीदते थे वह अब आधा किलो ही प्याज खरीद पा रहे हैं. जबकि किसानों का कहना यह है कि प्याज पर से निर्यात की शर्त हटा लेने के कारण महंगाई बढ़ी है. हालांकि बावजूद इसके उम्मीद की जा रही है कि आगामी कुछ दिनों बाद प्याज के दाम नियंत्रण में आ सकेंगे.

Intro:प्रदेश में प्याज की कीमतों में लगातार उछाल के चलते अब प्रति किलो ₹500 तक पहुंच गया है आलम यह है कि जहां आम ग्राहक महंगा प्याज खरीद पाने की स्थिति में नहीं है वही मंडियों में किसानों को यहीं पर आज सस्ती दरों पर बेचना पड़ रहा है नतीजतन महंगी प्याज बेच कर मुनाफाखोर चांदी काट रहे हैं


Body:प्याज की महंगी कीमतों के बावजूद इसका वास्तविक दाम प्याज उत्पादक किसानों को अब भी नहीं मिल रहा है जो प्याज दूरदराज के गांव और महाराष्ट्र से इंदौर की देवी अहिल्या सब्जी मंडी में बिकने के लिए आ रही है उसकी कीमत प्रति किलो ₹20 से ₹40 ही है लेकिन यही प्याज जब आम उपभोक्ताओं तक पहुंच रहा है तो इसकी कीमत ₹80 से ₹100 किलो तक पहुंच रही है ऐसे में प्याज उत्पादक किसान जहां मंडी में कम भाव मिलने की मार झेल रहा है वहीं प्याज के आम ग्राहक उसी पर आज को दुगने से कितना भाव में खरीदने को मजबूर हैं इधर अहिल्याबाई थोक मंडी से जो प्याज शहर की अन्य मंडियों में पहुंच रही है उसकी बिक्री वहां भी प्रभावित हो रही है फुटकर प्याज बेचने वाले दुकानदारों की मानें तो उन्होंने कभी भी ₹100 किलो प्याज के भाव नहीं सुने स्थानीय मंडियों में आम ग्राहक जो प्याज 2 से 3 किलो खरीदते थे वह अब आधा किलो ही प्याज खरीद पा रहे हैं इधर किसानों की माने तो उनका कहना यह है कि प्याज पर से निर्यात की शर्त हटा लेने के कारण महंगाई बढ़ी है हालांकि इसके बावजूद उम्मीद की जा रही है कि आगामी कुछ दिनों बाद प्याज के दाम नियंत्रण में आ सकेंगे


Conclusion:बाइट विक्रम सिंह सोलंकी प्याज उत्पादक किसान
बाइट रमेश सिंह प्याज उत्पादक
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