इंदौर। देशभर में तेजी से बढ़ते प्याज के दामों से आम आदमी की आंसू निकल रहे हैं. मिनी मुबंई के नाम से मशहूर इंदौर में भी प्याज के 100 रुपए के पार पहुंच चुके हैं. आलम यह है कि जहां आम ग्राहक महंगा प्याज खरीद तक नहीं पा रहा है. लेकिन इंदौर मंडी में प्याज बैचने आए किसानों का कहना है मंडी में प्याज दरों पर बेचना पड़ रहा है. नतीजतन महंगी प्याज बेच कर मुनाफाखोर चांदी काट रहे हैं.
प्याज की महंगी कीमतों के बावजूद इसका वास्तविक दाम प्याज उत्पादक किसानों को अब भी नहीं मिल रहा है. जो प्याज दूरदराज के गांव और महाराष्ट्र से इंदौर की देवी अहिल्या सब्जी मंडी में बिकने के लिए आ रही है उसकी कीमत प्रति किलो 20 से 40 रुपए तक ही है. लेकिन यही प्याज जब आम उपभोक्ताओं तक पहुंच रहा है तो इसकी कीमत 80 से 100 रुपए किलो तक पहुंच रही है. यानि मुनाफाखोर प्याज से फायदा उठा रहे हैं.
ऐसे में प्याज उत्पादक किसान जहां मंडी में कम भाव मिलने की मार झेल रहा है तो वहीं प्याज के आम ग्राहक उसी प्याज को दुगने से तिगुने दाम पर खरीदने को मजबूर हैं. स्थानीय मंडियों में आम ग्राहक जो प्याज 2 से 3 किलो खरीदते थे वह अब आधा किलो ही प्याज खरीद पा रहे हैं. जबकि किसानों का कहना यह है कि प्याज पर से निर्यात की शर्त हटा लेने के कारण महंगाई बढ़ी है. हालांकि बावजूद इसके उम्मीद की जा रही है कि आगामी कुछ दिनों बाद प्याज के दाम नियंत्रण में आ सकेंगे.