इंदौर। ओलम्पिक वेटलिफ्टिंग में गोल्ड मेडल जीतने वाले सुदर्शन तिवारी अब मुफ्त में भविष्य के वेटलिफ्टर तैयार कर रहे हैं. साथ ही ऐसे खिलाड़ियों को प्रेरित भी कर रहे हैं और वेटलिफ्टिंग के लिए बुनियादी सुविधाएं भी मुहैया कराने का प्रयास कर रहे हैं. सुदर्शन तिवारी ओलम्पिक के अलावा भी कई बार देश के लिए मेडल जीत चुके हैं. वे खुद भी लगातार प्रैक्टिस कर रहे हैं. साथ ही नए खिलाड़ियों को भी ट्रेनिंग दे रहे हैं. इतना ही नहीं, वेटलिफ्टिंग से दूर हो रहे खिलाड़ियों की समस्या को अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से एसोसिएशन और आम लोगों तक पहुंचाने की मुहिम चला रहे हैं.
खिलाड़ियों को नहीं मिल पा रही सुविधा
सुदर्शन तिवारी का कहना है कि वेटलिफ्टिंग के खिलाड़ियों को जैसी सुविधा मिलनी चाहिए, वैसी नहीं मिल पा रही है, जिसके चलते खिलाड़ी धीरे-धीरे वेटलिफ्टिंग से दूर होते जा रहे हैं. साथ ही करियर चौपट होने के चलते नशे के आदी होते जा रहे हैं. सुदर्शन ऐसे खिलाड़ियों को तलाश कर उनकी समस्या अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से अन्य लोगों और एसोसिएशन तक पहुंचा रहे हैं. इस दौरान खिलाड़ियों की मदद के लिए कई लोग सामने आए और उनको फायदा भी मिला. जिससे आज कई खिलाड़ी वेटलिफ्टिंग में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं.
गरीब बेटियों को बना रहे वेटलिफ्टर
सुदर्शन का कहना है कि यूट्यूब पर वीडियो अपलोड करने से ये फायदा है कि कोई भी खिलाड़ी आसानी से अपनी समस्या इस चैनल पर बताता है. सुदर्शन ने देश के साथ प्रदेश के कई खिलाड़ियों से उनकी समस्याओं को जाना और फिर अपने अंदाज में उसको पेश किया. ये सिलसिला अनवरत जारी है. सुदर्शन वेटलिफ्टिंग में रुचि रखने वाले खिलाड़ियों की हर संभव मदद कर रहे हैं. साथ ही उनका कहना है कि वह ऑटो चालकों की बेटियों को भी वेटलिफ्टिंग के लिए तैयार कर रहे हैं क्योंकि वेटलिफ्टिंग काफी खर्चीला खेल है. ऐसे में ऑटो चालक या निचले तबके के लोग अपने बच्चों को इस खेल में नहीं भेज पाते.
सुदर्शन तिवारी इंटरनेशनल स्तर के वेटलिफ्टर हैं. वे ऑस्ट्रेलिया, थाईलैंड सहित कई देशों के वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता में भाग ले चुके हैं. वे देश के लिए गोल्ड के साथ ही अन्य मेडल भी जीत चुके हैं. इस दौरान उनके सामने खिलाड़ियों से संबंधित कई समस्याएं आईं. जो एक सामान्य खिलाड़ी जुटाने में असमर्थ था. उन समस्याओं को दूर करने के लिए वे एक मुहिम चला रहे हैं.