इंदौर। बीजेपी (BJP) ने मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के 16 नगर निगमों (Municipal Corporation) में से 13 में महापौर (Mayor) पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित करने के बाद देर रात इंदौर महापौर सीट से भी प्रत्याशी घोषित कर दिया है. अब ग्वालियर और रतलाम पर पेंच फसा हुआ है, जिस पर जल्द ही फैसला लिया जा सकता है. (pushyamitra bhargav indore bjp mayor candidate)
पुष्यमित्र भार्गव संभालेंगे इंदौर की कमान: आखिरकार लंबी मंत्रणा और राजनीतिक जद्दोजहद के बाद प्रदेश भाजपा नए इंदौर में महापौर के नाम के रूप में पुष्यमित्र भार्गव पर अपनी मुहर लगा दी है. पुष्यमित्र पेशे से हाई कोर्ट एडवोकेट हैं जो फिलहाल इंदौर हाई कोर्ट में अतिरिक्त महाधिवक्ता है. बीजेपी ने कांग्रेस उम्मीदवार संजय शुक्ला की काट के लिए ब्राह्मण उम्मीदवार के रूप में पुष्यमित्र पर दांव खेला है, माना जा रहा है कि युवा चेहरे और सार्वजनिक जीवन में सक्रिय रहने का लाभ पुष्यमित्र भार्गव को मिलेगा. वहीं इंदौर में पार्टी के तमाम नेता भी पुष्यमित्र के नाम पर एकमत थे, लिहाजा डॉ निशांत खरे और मधु वर्मा के विकल्प के तौर पर पुष्यमित्र को प्रत्याशी के बतौर लाभ मिल सका है.
कौन हैं पुष्यमित्र भार्गव: मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर बेंच में एडिशनल एडवोकेट जनरल पुष्यमित्र भार्गव अपने पद से इस्तीफा देकर इंदौर से महापौर का चुनाव लड़ेगे. उनका नाम बीजेपी कैडिडेट के तौर पर तय हो चुका है. पुष्यमित्र संघ के करीबी रहे हैं.पुष्यमित्र भार्गव अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समेत भाजपा युवा मोर्चे में भी रहे हैं.(Indore BJP Mayor Candidate)वे गुवाहाटी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री के रूप में 2005 से 2007 तक काम कर चुके हैं. भार्गव एबीवीपी के इंदौर संयोजक के अलावा मध्यभारत प्रांत में भी मुख्य भूमिका निभा चुके हैं. इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर में एबीवीपी की नींव मजबूत करने का भी श्रेय भी भार्गव को दिया जाता है, हालांकि भार्गव के सामने कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी संजय शुक्ला मजबूत चेहरा माने जा रहे हैं, लेकिन पार्टी संगठन और भाजपा कार्यकर्ताओं की बड़ी फौज के कारण माना जा रहा है कि पुष्यमित्र भार्गव भी अपेक्षाकृत रूप से शुक्ला को चुनौती दे सकते हैं.
कई दिग्गज पीछे छूटे अब भार्गव को जिताने में लगेंगे: इंदौर से महापौर प्रत्याशी के तौर पर पहले सुदर्शन गुप्ता के नाम की घोषणा होना तय माना जा रहा था. क्षेत्र क्रमांक-2 से विधायक रमेश मेंदोला के भाई गीत मेंदोला का नाम भी आगे चल रहा था, लेकिन पार्टी द्वारा विधायकों को टिकट नहीं देने के कारण वे दौड़ से बाहर हो गए. कैलाश विजयवर्गीय ने विधायक मेंदोला के नाम की पुरजोर कोशिश की, लेकिन गाइडलाइन के कारण वे सफल नहीं हो पाए. इसी प्रकार से भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, सुदर्शन गुप्ता, मधु वर्मा समेत जीतू जिराती, मालिनी गौड़, गोविंद मालू, उमेश शर्मा, मनोज द्विवेदी, गोलू शुक्ला के नाम भी चर्चा में आए, लेकिन आखिर में युवा प्रत्याशी के तौर पर पुष्पमित्र भार्गव को फाइनल किया गया.