इंदौर। मध्य प्रदेश में 27 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव के पहले कांग्रेस और बीजेपी के बीच तीखी बयानबाजी का दौर शुरु हो चुका है. पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को ब्लैकमेलर बताया है. जीतू पटवारी के इस बयान पर सिंधिया समर्थक मंत्री तुलसी सिलावट पलटवार करते हुए जीतू पटवारी को मर्यादा और हद में रहने की नसीहत दे डाली.
इंदौर में सोयाबीन के मुद्दे पर जिला प्रशासन को ज्ञापन देने पहुंचे जीतू पटवारी ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया बेनकाब हो चुके हैं. वो भ्रष्टाचार की बात करते हैं, लेकिन कमलनाथ कैबिनेट की पहली बैठक में ही उन्होंने अपनी संस्था के नाम 100 एकड़ जमीन आवंटित कराई थी.
जीतू पटवारी ने सवाल उठाया कि ये जनसेवा थी या ब्लैकमेलिंग थी. पटवारी यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा पहले सिंधिया हमारे साथ ब्लैक मेलिंग करते थे, अब शिवराज सिंह चौहान के साथ कर रहे हैं.
जीतू पटवारी ने कहा कि पहले दबाव बनाकर मलाईदार विभाग लिए और अब अपने हितों की रक्षा के लिए मन चाहे अधिकारियों की पोस्टिंग करवा रहे हैं. दूसरी तरफ शिवराज सिंह चौहान की मजबूरी ये है कि चाहे कुछ हो जाए, उन्हें कुर्सी पर बने रहना है. इसलिए वे सिंधिया की हर मांग मानने को मजबूर हैं.
तुलसी सिलावट का पलटवार
जीतू पटवारी के बयान से तिलमिलाए सिंधिया समर्थक जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने पलटवार करते हुए कहा कि जीतू पटवारी जो बोलते हैं, उसका कोई हाथ पैर नहीं होता. उन्होंने कहा कांग्रेस धरातल पर चली गई है, अब जीतू पटवारी की बयानबाजी का कोई महत्व नहीं बचा. सिलावट ने आरोप लगाया कि जीतू पटवारी को छपास का रोग है, वे मीडिया में बने रहने के लिए कोई भी अनर्गल बयानबाजी करते रहते हैं. उन्हें ऐसे बयानों से बचकर मर्यादा में रहना चाहिए, जो उनके लिए बहुत जरुरी है.