इंदौर. देश के स्वच्छता सर्वेक्षण में छठवीं बार भी इंदौर(indore work on aqi by start publics cycling) बाजी मार ले इसके लिए एक बार फिर तरह-तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. इस क्रम में शहर के लोगों ने वायु प्रदूषण में सुधार लाने के लिए साइकिल की सवारी करने की ठानी है.यही वजह है कि शहर के सार्वजनिक स्थानों पर 3000 साइकिलें रख दी गईं हैं जो पब्लिक बाइक शेयरिंग योजना के तहत अब सड़कों पर दौड़ती नजर आएंगी. साइकिलिंग को लेकर लोग भी खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं.
नगर निगम ने शुरू की पब्लिक बाइक शेयरिंग योजना
इंदौर नगर निगम ने इस प्लानिंग पर काम करते हुए शहर में पब्लिक बाइक शेयरिंग योजना शुरू की है. इस योजना के तहत शहर के बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन समेत अन्य सार्वजनिक स्थानों से घर पहुंचने के लिए अथवा शहर में लोगों को आसपास आने जाने के लिए लास्ट माइल कनेक्टिविटी के प्रचलन को अमल में लाते हुए 3000 साइकिलें विभिन्न स्थानों पर तैनात की हैं. करीब ₹10 करोड़ की लागत से शहर के सार्वजनिक स्थानों और पब्लिक गैदरिंग वाली जगहों पर अत्याधुनिक एवं मॉडल डॉकिंग स्टेशन तैयार किए हैं. इन स्टेशनों पर नई साइकिलें रखी गई हैं जिन्हें पब्लिक बाइक शेयरिंग के तौर पर उपयोग में लाया जाएगा.
यह रहेंगी किराए की दरें
पब्लिक बाइक शेयरिंग योजना के तहत आम जनता को उपलब्ध कराई जा रही साइकिल चलने में सुविधाजनक एवं अत्याधुनिक होगी. इसकी किराए की दरें भी नाम मात्र की होंगी. इस साइकिल को ₹10 में 10 घंटे के लिए किराए पर लिया जा सकेगा. किराए पर लेने की प्रक्रिया मोबाइल के जरिए ऑनलाइन रहेगी. नगर निगम के संबंधित ऐप पर जाकर बुकिंग के माध्यम से जो ओटीपी प्राप्त होगा उस ओटीपी की मदद से साइकिल को डॉकिंग स्टेशन से इश्यू कराया जा सकेगा. इसी तरह साइकिल को अन्य अगले स्टेशन पर जमा भी किया जा सकेगा. साइकिल में जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम भी है जिससे उसकी लोकेशन के साथ किराया आदि के बारे में भी पता लग सकेगा.
सुधरेगा एयर क्वालिटी इंडेक्स
इंदौर प्रदेश की औद्योगिक नगरी भी है इस वजह से यहां का प्रदूषण प्रदेश के अन्य महानगरों की तुलना में अधिक माना जाता है, लेकिन बीते 5 सालों में इंदौर नगर निगम एवं जिला प्रशासन और आम लोगों की कोशिशों के जरिए यहां के पर्यावरण में लगातार सुधार हुआ है. स्वच्छता बढ़ने से यहां वायु प्रदूषण की दर कम हुई है. इसके अलावा अब औद्योगिक क्षेत्रों में भी प्रदूषण के सुधार की पहल की जा रही है. इंदौर को स्वच्छता सर्वेक्षण में 5 बार देश में नंबर बना चुके अधिकारियों को उम्मीद है कि इस बार भी स्वच्छता रैंकिंग के अनुसार एयर क्वालिटी इंडेक्स के पैमाने पर भी इंदौर बाजी मार सकेगा. यही वजह है कि लोक परिवहन के साधनों में भी अब प्रदूषण को प्राथमिकता दी जा रही है इसके लिए इंदौर में डीजल बसों को हटाकर सीएनजी बसें चलाई गई हैं. वही बड़ी संख्या में बैटरी चलित बसें भी शहर में मौजूद हैं. इस तर्ज पर अब लोगों को प्रदूषण नियंत्रण से जोड़ने के लिए साइकिलिंग की व्यवस्था की गई है जो शहर की ग्रीन मोबिलिटी दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगी.