इंदौर। रेलवे स्टेशन को भी अब एयरपोर्ट की तर्ज पर स्मार्ट और इंटरनेशनल स्टैंडर्ड का बनाया जाएगा. यात्रियों को मिलने वाली सुविधाओं में वृद्धि करने और स्टेशन को स्मार्ट बनाने के लिए करीब 2000 करोड़ की लागत लगाई जा रही है. इंदौर में इंटरनेशनल स्टैंडर्ड का रेलवे स्टेशन पीपीपी मोड पर तैयार किया जाएगा. स्टेशन को भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से भी अधिक बेहतर बनाया जाएगा. (Indore smart railway station)
आगामी 50 साल की प्लानिंग पर होगा निर्माण: रेल मंत्रालय ने इंदौर स्टेशन का कायाकल्प करने की योजना को मंजूरी दे दी है. इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के हिसाब यहां वर्ल्ड क्लास सुविधाएं जुटाई जाएंगी. जिसमें मुख्य तौर पर शॉपिंग मॉल, कॉम्प्लेक्स, अंडर ग्राउंड पार्किंग भी मौजूद होगी. रेलवे स्टेशन के कायाकल्प को लेकर रेलवे मंत्रालय ने जो योजना बनाई है, वह 2070 यानी आने वाले 50 साल की स्थिति को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है.
2027 तक बनकर तैयार होगा नया स्टेशन: इस सुपर प्लस रेलवे स्टेशन में होटल, मॉल्स, लॉजिंग, बोर्डिंग, वेटिंग रूम सहित सारी सुविधाएं रहेंगी. खास बात यह कि यात्रियों को सरवटे बस स्टैंड, मेट्रो, एयरपोर्ट से दोनों ओर की कनेक्टिविटी आसानी से मिले, इसका खास ध्यान रखा गया है. 2027 तक नया स्टेशन बनकर तैयार हो जाएगा. इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने स्टेशन का प्रोटोटाइप दिखाते हुए बताया कि यहां पर होटल, रेस्टोरेंट, अंडर ग्राउंड पार्किंग, अधिकारियों के लिए नए कार्यालय सहित अन्य सुविधाएं भी तैयार की जाएंगी. (MP railway minister ashwini vaishnav)
रेलवे मिनिस्ट्री से मिली मंजूरी: सांसद लालवानी ने मंगलवार को घोषणा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेलवे स्टेशन के सौंदर्यीकरण और विकास को लेकर जोर दिया था. इसे लेकर मैं लगातार एक साल से रेल मंत्री अश्विन वैष्णव के संपर्क में था. रेल मंत्रालय ने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है. स्टेशन पर 12 हजार यात्री प्रति घंटे के हिसाब से मूव कर सकेंगे. इस लिहाज से ही रेलवे स्टेशन की डिजाइन बनाई गई है. अब पश्चिम रेलवे मंडल को इसे भेजा जाएगा, जिसके बाद टेंडर की प्रक्रिया शुरू होगी.
निर्माण से ट्रेनों की आवाजाही पर नहीं पड़ेगा असर: खास बात यह कि निर्माण के दौरान स्टेशन पर ट्रेनों की आवाजाही पर कोई असर नहीं पड़े, इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा. सुविधाएं ज्यादा से ज्यादा बढ़ाई जाएंगी. साथ ही नए स्टेशन का नाम बाद में फाइनल किया जाएगा, लेकिन इंदौर की पहचान के रूप में स्टेशन परिसर के अंदर शहर की हैरिटेज साइट्स को चित्रित किया जाएगा. दूसरे फेज में लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन का विकास प्रस्तावित है.
रेलवे स्टेशन की कनेक्टिविटी मेट्रो ट्रेन: सांसद ने बताया कि भोपाल के कमलापति स्टेशन में जो कमियां हैं, उन्हें यहां दूर किया जाएगा. रेलवे स्टेशन के सामने रेलवे कॉलोनी और रिजर्वेशन सेंटर के हिस्से की जमीन को भी इस प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है. यहां कम रेट पर यात्री रुक सकेंगे. खास बात यह कि पार्किंग अंडर ग्राउंड रहेगी. पटेल ब्रिज, यूनिवर्सिटी के पास की जमीन, बड़ी लाइन का हिस्सा आदि सब स्टेशन में शामिल किए जाएंगे. स्टेशन के सामने की सड़क रेलवे की जमीन पर है, वह वैसी ही रहेगी लेकिन ब्रिज, लिफ्ट, एलिवेटर आदि होने से कुछ बदलाव होगा. प्लेटफॉर्म की संख्या बढ़ाने पर फिलहाल कोई सहमति नहीं है. माना जा रहा है कि अभी जितने प्लेटफॉर्म हैं, उतने ही रहेंगे. (MP railway minister ashwini vaishnav)