इंदौर। विजयनगर थाना क्षेत्र के स्वर्ण बाग कॉलोनी में आगजनी की घटना को अंजाम देने वाले आरोपी संजय उर्फ शुभम दीक्षित को पुलिस ने गिरफ्तार किया और गिरफ्तारी करने के बाद उसे कोर्ट में पेश किया. कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस को आरोपी का 2 दिनों का रिमांड मिला था. अब 2 दिनों का रिमांड खत्म होने के बाद एक बार फिर पुलिस ने आरोपी को कोर्ट के समक्ष पेश किया, जहां से पुलिस को आरोपी का 5 दिन का रिमांड मिला है.
साक्ष्य जुटा रही पुलिस: आगजनी के मामले में पुलिस काफी बारीकी से जांच पड़ताल करने में जुटी हुई है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मामले में जांच की मॉनिटरिंग करने में जुटे हुए हैं. जांच के लिए स्पेशल टीम भी गठित की गई है, जो घटनास्थल पर जाकर सबूतों को इकट्ठा करने में जुटी हुई है. पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि इस पूरे मामले में जल्द ही चालान पेश कर आरोपी को फांसी की सजा तक पहुंचाया जाएगा. इसके लिए आसपास रहने वालों की गवाही के साथ ही आरोपी की महिला मित्र के भी बयान लिए जा रहे हैं.
पूछताछ में पुलिस को सहयोग कर रहा आरोपी: पुलिस ने आगजनी घटना को अंजाम देने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था. कोर्ट ने आरोपी का 2 दिनों का रिमांड दिया था, इस दौरान उसकी चोट के बारे में भी कोर्ट ने पुलिस से पूछा था. जिस पैर में आरोपी को प्लास्टर चढ़ा है, उसमें फिलहाल किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है और आने वाले दिनों में उस पैर का ऑपरेशन कर रॉड डालने की बात कही जा रही है. पूछताछ में पुलिस को फिलहाल किसी तरह की कोई परेशानी नहीं आ रही है, आरोपी चोट लगने के बाद भी पुलिस को पूरा सहयोग कर रहा है.
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कोर्ट में पेश कर लिया रिमांड: दो दिनों का रिमांड अवधि खत्म होने के बाद आरोपी को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया, जहां से पुलिस को 5 दिनों का रिमांड मिला है. अतः 5 दिनों में पुलिस उसके द्वारा घटना में किस तरह से वस्तुओं का उपयोग किया गया था और घटना को अंजाम देने के बाद वह कहां पर जाकर छिपा था और किन-किन लोगों के संपर्क में था. इसके बारे में जानकारी जुटा रही है, तो वहीं आरोपी का पुलिस के द्वारा 5 दिनों तक मेडिकल भी करवाया जाएगा. जिस तरह से उसको पैर में रॉड डलना है, तो पुलिस किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहती. यह भी संभावना व्यक्त की जा रही है कि पुलिस आरोपी का इलाज भी करवाएगी और उसके बाद उसे कोर्ट में पेश करेगी.
परिजनों ने बनाई आरोपी से दूरी: संजय उर्फ शुभम दीक्षित का नाम आगजनी कांड में आने के बाद झांसी में रहने वाले उसके माता-पिता और भाई ने उससे दूरी बना ली है. इंदौर की विजय नगर पुलिस ने आरोपी संजय उर्फ शिवम दीक्षित के पिता-माता से संपर्क किया और उन्हें पूरे घटनाक्रम की जानकारी भी दी, लेकिन आरोपी के पिता ने इंदौर आने से ही मना कर दिया और साथ ही कहा कि आरोपी संजय से सालों पहले संबंध तोड़ दिए गए हैं. अतः उसे अब कोई भी सजा हो जाए, उन्हें कोई लेना-देना नहीं है. आरोपी संजय उर्फ शुभम दीक्षित के पिता झांसी में रेलवे के बड़े अफसर के पद पर पदस्थ हैं.
महिला मित्र दूसरी जगह हुई शिफ्ट: आरोपी संजय उर्फ शुभम दीक्षित ने जिस महिला मित्र सना के लिए इस आगजनी की घटना को अंजाम दिया, वह घटना के बाद से काफी दहशत में है. जिस मल्टी में आगजनी की घटना को आरोपी के द्वारा अंजाम दिया वह उस मल्टी को छोड़कर खजराना थाना क्षेत्र में अपने परिजनों के साथ शिफ्ट होकर रह रही है. फिलहाल पुलिस को उसने विभिन्न तरह की जानकारी दी हैं आरोपी की महिला मित्र सना को गवाह बनाकर गवाही ली है.
घटना स्थल लेकर जाएगी पुलिस: आगजनी के मामले में पकड़े गए आरोपी संजय उर्फ शुभम दीक्षित को अब पुलिस रिमांड के दौरान घटनास्थल पर भी लेकर जाएगी और वहां पर उसने किस तरह से घटना को अंजाम दिया, इसके बारे में जानकारी जुटाएगी. पुलिस को कोर्ट से आरोपी की पांच दिन की रिमांड मिली है, अब 5 दिनों तक पुलिस विभिन्न तरह की जानकारी आरोपी से जुटाएगी.