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इंदौर अग्निकांड: सिरफिरे प्रेमी की सनक से काल के गाल में समा गए सात निर्दोष, किसी की जलकर तो किसी की दम घुटकर हुई मौत

इंदौर के विजय नगर थाना क्षेत्र में एक सिरफिरे प्रेमी की सनक के कारण सात लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कुछ लोगों की मौत दम घुटने से और कुछ की मौत आग में जलकर हुई है. आगजनी में कई लोग घायल भी हुए हैं, जिनका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है.

ten flats in Indore three storey building
इंदौर तीन मंजिला बिल्डिंग में दस फ्लैट थे मौजूद
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Published : May 8, 2022, 1:58 PM IST

इंदौर। विजय नगर थाना क्षेत्र के स्वर्ण बाग में मौजूद बिल्डिंग में अचानक से आगजनी की घटना सामने आई. तीन मंजिला इस बिल्डिंग में ग्राउंड, फर्स्ट, सेकंड और थर्ड फ्लोर पर किराए पर देने के लिए फ्लैट बने हुए हैं. जिनका किराया तकरीबन चार से पांच हजार रुपये लिया जा रहा था, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था का कोई इंतजाम नहीं था. जिसके कारण आगजनी की घटना में एक साथ इतने लोगों की मौत हो गई और कुछ लोग घायल हो गए. ज्यादातर लोगों की मौत दम घुटने से हुई और तीन से चार लोगों की मौक आग की चपेट में आने के कारण हुई.

People could not get out during the Indore fire accident
इंदौर अग्निकांड हादसे के वक्त बाहर नहीं निकल पाए लोग

हादसे के वक्त बाहर नहीं निकल पाए लोग: आगजनी की घटना में 7 लोगों की मौत हो गई और 5 से अधिक लोग घायल हुए हैं. मृतकों में ईश्वर सिंह सिसोदिया, उनकी पत्नी नीतू सिसोदिया, आशीष, गौरव, आकांक्षा, देवेंद्र और समीर शामिल हैं. वहीं आगजनी की घटना में घायल हुए फिरोज, मुनीरा, विशाल, अरशद और सोनाली शामिल हैं, जिनका इलाज निजी हॉस्पिटल में किया जा रहा है. आगजनी की घटना के समय फ्लैट में रहने वाले लोगों को बाहर निकलने की जगह नहीं मिली, जिसके कारण 7 लोगों की मौत हो गई और कुछ लोग घायल हो गए.

Seven killed in Indore Swarnbagh fire
इंदौर स्वर्णबाग अग्निकांड में सात लोगों की मौत

दम घुटने से मौत: पुलिस के द्वारा आगजनी की घटना में मृत हुए लोगों का पोस्टमार्टम कराया गया. जिसमें प्रारंभिक रिपोर्ट में ईश्वर और उनकी पत्नी नीतू की दम घुटने के कारण मौत हुई है. यह दोनों पति-पत्नी आग की चपेट में नहीं आए, चूंकि इनका कमरा मल्टी में ग्राउंड फ्लोर पर ही था. आगजनी के कारण जो धुआं उठा, वह इनके फ्लेट में घुस गया, जिसके कारण इनकी दम घुटने से मौत हो गई. वहीं गौरव की भी दम घुटने के कारण मौत होना बताया जा रहा है, साथ ही देवेंद्र और समीर की भी दम घुटने से मौत होने की जानकारी सामने आई है. देवेंद्र, समीर और गौरव पोस्टमार्टम होना बाकी है. अतः पोस्टमार्टम होने के बाद ही इनकी मौत के कारणों का खुलासा होगा. आकांक्षा और आशीष की जलने के कारण मौत हुई है.

इंदौर स्वर्णबाग अग्निकांड: बेटी की मौत की खबर सुनकर फफक पड़े पिता, कहा- जन्मदिन मनाने दोस्त के घर गई थी आकांक्षा

तीन मंजिला बिल्डिंग में 10 फ्लैट थे मौजूद: स्वर्ण बाग कॉलोनी में फ्लैट का निर्माण इंसाफ पटेल नामक व्यक्ति ने कराया था. जिसमें ग्राउंड फ्लोर पर 2 फ्लैट बनाए गए थे, तो वहीं फर्स्ट और सेकंड फ्लोर पर भी फ्लैट बनाए गए थे. मात्र 1-2 फ्लैट खाली होने के साथ सभी फ्लैट में किराएदार रह रहे थे. जिनका किराया चार से पांच हजार रुपये तक वसूला जा रहा था. इन फ्लैटों में अधिकतर बाहर के लोग ही आकर रहते थे, चूंकि विजय नगर क्षेत्र इंदौर में व्यवसाय के लिए जाना जाता है, जहां कई मल्टीनेशनल कंपनियों के साथ ही होटल-रेस्टोरेंट और कंपनियां मौजूद हैं.

इंदौर अग्निकांड ने छीना परिवार का सहारा, काल के गाल में समा गए समीर और आशीष

इस पूरे मामले में पुलिस काफी बारीकी से जांच पड़ताल करने में जुटी हुई है और जिस तरह से सीसीटीवी को जब्त किया है, उसके आधार पर पुलिस अब जल्द ही इस पूरे घटनाक्रम का खुलासा भी कर सकती है.

इंदौर। विजय नगर थाना क्षेत्र के स्वर्ण बाग में मौजूद बिल्डिंग में अचानक से आगजनी की घटना सामने आई. तीन मंजिला इस बिल्डिंग में ग्राउंड, फर्स्ट, सेकंड और थर्ड फ्लोर पर किराए पर देने के लिए फ्लैट बने हुए हैं. जिनका किराया तकरीबन चार से पांच हजार रुपये लिया जा रहा था, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था का कोई इंतजाम नहीं था. जिसके कारण आगजनी की घटना में एक साथ इतने लोगों की मौत हो गई और कुछ लोग घायल हो गए. ज्यादातर लोगों की मौत दम घुटने से हुई और तीन से चार लोगों की मौक आग की चपेट में आने के कारण हुई.

People could not get out during the Indore fire accident
इंदौर अग्निकांड हादसे के वक्त बाहर नहीं निकल पाए लोग

हादसे के वक्त बाहर नहीं निकल पाए लोग: आगजनी की घटना में 7 लोगों की मौत हो गई और 5 से अधिक लोग घायल हुए हैं. मृतकों में ईश्वर सिंह सिसोदिया, उनकी पत्नी नीतू सिसोदिया, आशीष, गौरव, आकांक्षा, देवेंद्र और समीर शामिल हैं. वहीं आगजनी की घटना में घायल हुए फिरोज, मुनीरा, विशाल, अरशद और सोनाली शामिल हैं, जिनका इलाज निजी हॉस्पिटल में किया जा रहा है. आगजनी की घटना के समय फ्लैट में रहने वाले लोगों को बाहर निकलने की जगह नहीं मिली, जिसके कारण 7 लोगों की मौत हो गई और कुछ लोग घायल हो गए.

Seven killed in Indore Swarnbagh fire
इंदौर स्वर्णबाग अग्निकांड में सात लोगों की मौत

दम घुटने से मौत: पुलिस के द्वारा आगजनी की घटना में मृत हुए लोगों का पोस्टमार्टम कराया गया. जिसमें प्रारंभिक रिपोर्ट में ईश्वर और उनकी पत्नी नीतू की दम घुटने के कारण मौत हुई है. यह दोनों पति-पत्नी आग की चपेट में नहीं आए, चूंकि इनका कमरा मल्टी में ग्राउंड फ्लोर पर ही था. आगजनी के कारण जो धुआं उठा, वह इनके फ्लेट में घुस गया, जिसके कारण इनकी दम घुटने से मौत हो गई. वहीं गौरव की भी दम घुटने के कारण मौत होना बताया जा रहा है, साथ ही देवेंद्र और समीर की भी दम घुटने से मौत होने की जानकारी सामने आई है. देवेंद्र, समीर और गौरव पोस्टमार्टम होना बाकी है. अतः पोस्टमार्टम होने के बाद ही इनकी मौत के कारणों का खुलासा होगा. आकांक्षा और आशीष की जलने के कारण मौत हुई है.

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तीन मंजिला बिल्डिंग में 10 फ्लैट थे मौजूद: स्वर्ण बाग कॉलोनी में फ्लैट का निर्माण इंसाफ पटेल नामक व्यक्ति ने कराया था. जिसमें ग्राउंड फ्लोर पर 2 फ्लैट बनाए गए थे, तो वहीं फर्स्ट और सेकंड फ्लोर पर भी फ्लैट बनाए गए थे. मात्र 1-2 फ्लैट खाली होने के साथ सभी फ्लैट में किराएदार रह रहे थे. जिनका किराया चार से पांच हजार रुपये तक वसूला जा रहा था. इन फ्लैटों में अधिकतर बाहर के लोग ही आकर रहते थे, चूंकि विजय नगर क्षेत्र इंदौर में व्यवसाय के लिए जाना जाता है, जहां कई मल्टीनेशनल कंपनियों के साथ ही होटल-रेस्टोरेंट और कंपनियां मौजूद हैं.

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इस पूरे मामले में पुलिस काफी बारीकी से जांच पड़ताल करने में जुटी हुई है और जिस तरह से सीसीटीवी को जब्त किया है, उसके आधार पर पुलिस अब जल्द ही इस पूरे घटनाक्रम का खुलासा भी कर सकती है.

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