ETV Bharat / city

Indore Excise Scam फर्जी बैंक गारंटी के जरिए हुआ था 4.70 करोड़ का शराब घोटाला, सहायक आयुक्त राज नारायण सोनी निलंबित

इंदौर में 4.70 करोड़ रुपये के आबकारी घोटाले में सहायक आबकारी आयुक्त राज नारायण सोनी को निलंबित कर दिया गया है. इस मामले में वाणिज्य कर विभाग के प्रमुख सचिव ने घोटाले के बाद ही जांच के आदेश दे दिए थे जिसमें एक अधिकारी राजीव उपाध्याय को पूर्व में सस्पेंड किया गया था. Indore Excise Scam, Assistant Excise Commissioner Rajnarayan Soni, Rajnarayan Soni Suspended

Indore Excise Scam
Rajnarayan Soni Suspended
author img

By

Published : Aug 26, 2022, 9:37 PM IST

इंदौर। शराब के सरकारी ठेकों में किस स्तर की गड़बड़ी होती है इसकी बानगी है इंदौर में हुआ करोड़ों रुपयों का आबकारी घोटाला जिसमें जिम्मेदारों पर लगातार गाज गिर रही है. इस मामले में अब तक इंदौर में पदस्थ रहे सहायक आबकारी आयुक्त राज नारायण सोनी के अलावा एक अन्य अधिकारी पूर्व में निलंबित किये जा चुके हैं.

ऐसे हुआ घोटाला: गौरतलब है कि बेंगलुरु के शराब कारोबारी मोहन कुमार और अनिल सिन्हा ने वर्ष 2022-23 के लिए टेंडर डालकर इंदौर के एमआइजी क्षेत्र में शराब का ठेका आवंटित करवाया था. ठेके की निर्धारित शर्तों के तहत दोनों ने जो अर्नेस्ट मनी और ठेके के लिए बंधक के तौर पर बैंक में जो गारंटी रखी इसके लिए दोनों ने 7000 हजार रुपये का डिमांड ड्राफ्ट बनवाया जिसे हेराफेरी कर 70 लाख रुपये का बना दिया. इसी तरह 47 हजार की बैंक गारंटी को 4.70 करोड़ की बना कर जमा करवा दिया. ठेके की प्रक्रिया के बाद अफसरों ने जांच की और दुकान लाइसेंस जारी कर दिया. बाद में जब ठेके की रकम की पड़ताल हुई तो यह पूरा घोटाला उजागर हुआ. इस मामले में डिप्टी कमिश्नर संजय तिवारी और असिस्टेंट कमिश्नर राज नारायण सोनी की भूमिका की जांच की जा रही थी. हालांकि, जांच के समय दोनोंं ही अफसरों ने शराब कारोबारियों से मिलीभगत से साफ मना किया और विभाग के सामने यह दर्शाने की कोशिश की कि उन्होंने जांच करवा कर केस दर्ज करवा दिया है. इस मामले में इंदौर के रावजी बाजार थाने में प्रकरण दर्ज होने के बाद दोनों शराब कारोबारी फरार हो गए थे.

विदेशी बैंक की गारंटी ठेके की रकम के लिए दी: इस मामले की जांच में यह भी पता चला था कि दोनों ने किसी विदेशी बैंक की गारंटी ठेके की रकम के लिए दी है, लेकिन विदेशी बैंक की गारंटी आबकारी विभाग में मान्य ही नहीं थी. इस मामले में वाणिज्य कर विभाग के प्रमुख सचिव ने घोटाले के बाद ही जांच के आदेश दिए थे जिसमें एक अधिकारी पूर्व में सहायक जिला आबकारी अधिकारी राजीव उपाध्याय को सस्पेंड किया गया था. इसके बाद आज शुक्रवार को इस मामले में इंदौर रहे सहायक आबकारी आयुक्त राज नारायण सोनी को भी सस्पेंड कर दिया गया.

Bhopal Fraud Case रिटायर्ड IAS की पत्नी बनकर महिला ने अपने नाम कराईं लाखों की FD, प्रकरण दर्ज

गौरतलब है कि इसके पूर्व भी आबकारी विभाग में 42 करोड़ का घोटाला सामने आया था जिसमें कई शराब ठेकेदारों की गिरफ्तारी हुई थी. उस मामले में भी बड़े शराब ठेकेदार और कर्मचारियों की भूमिका सामने आई लेकिन जांच दबा दी गई. (Indore Excise Scam) (Assistant Excise Commissioner Rajnarayan Soni) (Rajnarayan Soni Suspended)

इंदौर। शराब के सरकारी ठेकों में किस स्तर की गड़बड़ी होती है इसकी बानगी है इंदौर में हुआ करोड़ों रुपयों का आबकारी घोटाला जिसमें जिम्मेदारों पर लगातार गाज गिर रही है. इस मामले में अब तक इंदौर में पदस्थ रहे सहायक आबकारी आयुक्त राज नारायण सोनी के अलावा एक अन्य अधिकारी पूर्व में निलंबित किये जा चुके हैं.

ऐसे हुआ घोटाला: गौरतलब है कि बेंगलुरु के शराब कारोबारी मोहन कुमार और अनिल सिन्हा ने वर्ष 2022-23 के लिए टेंडर डालकर इंदौर के एमआइजी क्षेत्र में शराब का ठेका आवंटित करवाया था. ठेके की निर्धारित शर्तों के तहत दोनों ने जो अर्नेस्ट मनी और ठेके के लिए बंधक के तौर पर बैंक में जो गारंटी रखी इसके लिए दोनों ने 7000 हजार रुपये का डिमांड ड्राफ्ट बनवाया जिसे हेराफेरी कर 70 लाख रुपये का बना दिया. इसी तरह 47 हजार की बैंक गारंटी को 4.70 करोड़ की बना कर जमा करवा दिया. ठेके की प्रक्रिया के बाद अफसरों ने जांच की और दुकान लाइसेंस जारी कर दिया. बाद में जब ठेके की रकम की पड़ताल हुई तो यह पूरा घोटाला उजागर हुआ. इस मामले में डिप्टी कमिश्नर संजय तिवारी और असिस्टेंट कमिश्नर राज नारायण सोनी की भूमिका की जांच की जा रही थी. हालांकि, जांच के समय दोनोंं ही अफसरों ने शराब कारोबारियों से मिलीभगत से साफ मना किया और विभाग के सामने यह दर्शाने की कोशिश की कि उन्होंने जांच करवा कर केस दर्ज करवा दिया है. इस मामले में इंदौर के रावजी बाजार थाने में प्रकरण दर्ज होने के बाद दोनों शराब कारोबारी फरार हो गए थे.

विदेशी बैंक की गारंटी ठेके की रकम के लिए दी: इस मामले की जांच में यह भी पता चला था कि दोनों ने किसी विदेशी बैंक की गारंटी ठेके की रकम के लिए दी है, लेकिन विदेशी बैंक की गारंटी आबकारी विभाग में मान्य ही नहीं थी. इस मामले में वाणिज्य कर विभाग के प्रमुख सचिव ने घोटाले के बाद ही जांच के आदेश दिए थे जिसमें एक अधिकारी पूर्व में सहायक जिला आबकारी अधिकारी राजीव उपाध्याय को सस्पेंड किया गया था. इसके बाद आज शुक्रवार को इस मामले में इंदौर रहे सहायक आबकारी आयुक्त राज नारायण सोनी को भी सस्पेंड कर दिया गया.

Bhopal Fraud Case रिटायर्ड IAS की पत्नी बनकर महिला ने अपने नाम कराईं लाखों की FD, प्रकरण दर्ज

गौरतलब है कि इसके पूर्व भी आबकारी विभाग में 42 करोड़ का घोटाला सामने आया था जिसमें कई शराब ठेकेदारों की गिरफ्तारी हुई थी. उस मामले में भी बड़े शराब ठेकेदार और कर्मचारियों की भूमिका सामने आई लेकिन जांच दबा दी गई. (Indore Excise Scam) (Assistant Excise Commissioner Rajnarayan Soni) (Rajnarayan Soni Suspended)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.