इंदौर। एमआईजी थाना क्षेत्र में रहने वाली एक महिला का धर्म परिवर्तन करवा कर गर्भपात करवा दिया गया, (Indore Crime News) जिसके बाद पीड़िता ने मामले की शिकायत एमआईजी पुलिस से की है. पुलिस ने पूरे मामले में बारीकी से जांच पड़ताल करते हुए संबंधित आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है.
आरोपी ने रेप केस का करवाया राजीनामा: एमआईजी थाना प्रभारी अजय वर्मा को पीड़िता ने बताया कि "2018 में उसके साथ शहबाज नामक एक आरोपी ने दुष्कर्म किया था, जिसकी शिकायत पीड़िता ने पलासिया थाने पर की गई थी. पलासिया पुलिस ने शहबाज के खिलाफ रेप सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया था. इस घटना के बाद पीड़िता काफी अकेली हो गई थी, इसी दौरान उसकी मुलाकात एक युवक से हुई और युवक ने अपना नाम महेश यादव बताया. इसके साथ ही महेश ने बताया कि शहबाज और उसका परिवार काफी खतरनाक है और महेश यादव के कहने पर पीड़िता ने कोर्ट में शहबाज से राजीनामा कर लिया. जिसके बाद पीड़िता और महेश दोनों साथ में रहने लगे."
दोस्त के कहने पर किया ये काम: कुछ समय बाद महेश ने पीड़िता के साथ शारीरिक संबंध बनाए तो वहीं, उज्जैन में हरसिद्धि मंदिर में जाकर शादी भी कर ली. काफी दिनों तक साथ भी रहे, जिसके बाद महेश ने अपनी सच्चाई पीड़िता को बताई. महेश ने पीड़िता को बताया कि, "मैं मुसलमान हूं." आरोपी ने अपना नाम वासिद मंसूरी बताया और बताया कि उसने दोस्त शहबाज के कहने पर नाम बदल कर पीड़िता से मुलाकात की थी और उसके बाद दोस्ती कर शहबाज से राजीनामा करवा दिया था.
धर्मपरिवर्तन के बाद कराया अबॉर्शन: इसके बाद महेश यादव उर्फ वासिल मंसूरी ने पीड़िता को कहा कि शादी मुस्लिम रीति रिवाज से करनी पड़ेगी. हालांकि इस दौरान पीड़िता ने धर्मपरिवर्तन के लिए विरोध भी किया, लेकिन वासिल मंसूरी उसके पिता एवं मामा ने मिलकर पीड़िता का धर्म परिवर्तन करा दिया. बाद में आरोपी ने पीड़िता से मुस्लिम रीति रिवाज के तहत निकाह भी किया और कुछ समय बाद जब 2021 में पता चला कि पीड़िता 4 माह की गर्भवती है, तो आरोपी ने उसका अबॉर्शन एक अस्पताल में करवा दिया. बाद में वासिद मंसूरी ने पीड़िता को अजमेर जाने का कहा और अजमेर के लिए निकल गया.
10 लाख देकर कही पीछा छाड़ने की बात: जब काफी दिन बाद वह नहीं लौटा तो पूरे मामले में तलाश करते हुए पीड़िता भी अजमेर पहुंची. हर जगह तलाश करने के बाद भी जब वासिद नहीं मिला तो पीड़िता ने अजमेर थाने पर भी गुमशुदगी का प्रकरण दर्ज करवाया. इसके बाद तलाशती हुई पीड़िता वासिद के इंदौर में रहने वाले पिता सईद अहमद के पास गई. इस दौरान वासिद मंसूरी उर्फ महेश यादव के पिता ने पीड़िता को दस लाख रुपये देकर पीछा छोड़ने की बात कही. इन्हीं सब बातों से परेशान होकर पीड़िता ने पूरे मामले की शिकायत एमआईजी पुलिस को की और एमआईजी पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर आरोपी वासिद मंसूरी सहित पिता और मामा के खिलाफ धर्म परिवर्तन अधिनियम के साथ ही विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी.
वो, उसके पिता और मामा इन तीनों ने रामेश्वरी अपार्टमेंट फ्लैट नंबर 201 इंदौर में मेरा धर्म परिवतर्न कराया और मेरा नाम हिंदू नाम से बदलकर मुस्लिम नाम कर दिया. इसके बाद मेरा स्वास्थ्य खराब हुआ तो महेश उर्फ वासिद मुझे दिनांक 23/07/2021 को सिविल अस्पताल में लेकर गया और वहां पर इलाज करवा कर गर्भपात करा कर गायब हो गया.
-पीड़िता