इंदौर। इंदौर पुलिस ने ड्रग तस्करी के रैकेट का भंड़ाफोड़ कर दिया है. शहर में पकड़ी गई 70 किलो एमडीएमए ड्रग्स के मामले 4 हाई प्रोफाइल आरोपियों सहित अबतक 33 लोगों को गिरफ्तार किया है. करीब 71 करोड़ रुपए की ड्रग्स को प्रदेश में खपाने वाले इस रैकेट का खुलासा करने के लिए इंदौर पुलिस की क्राइम ब्रांच लगभग 1 साल से ज्यादा से ऑपरेशन चला रही है. गिरफ्तार आरोपियों में 1 महिला 1 किन्नर की भी गिरफ्तारी हुई है. मामले के तार डी कंपनी और सुशांत सिंह राजपूत केस और इस मामले की आरोपी रिया चक्रवर्ती के अलावा मुंबई सहित दुबई ,अफगानिस्तान और अफ्रीका के भी बड़े ड्रग पैडलरों से भी जुड़े हैं.
दिल्ली में हुई थी अनवर लाला-महजबीन की मुलाकात
इस पूरे मामले में अनवर लाला के साथ एक महिला महजबीन और एक किन्नर भी शामिल है. अनवर मुंबई के कुर्ला, माहिम और ब्रांदा इलाके में ड्रग्स की तस्करी का धंधा चलाता था. दिल्ली में हुई पार्टी के दौरान अनवर की पहचान महजबीन से हुई. इससे पहले दोनों की दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज के दौरान भी मुलाकात की बात सामने आ रही है. अनवर लाला के माध्यम से दिल्ली के रहने वाले किन्नर देवी से महजबीन की मुलाकात हुई. जिसके बाद इनके गिरोह में अनवर लाला और दिल्ली की किन्नर की एंट्री हो गई. इसके बाद यह सिलसिला आगे बढ़ता गया और महजबीन अब इस पूरे गिरोह की मास्टरमाइंड बन गई.अपनी खूबसूरती का उपयोग करते हुए उसने कई डॉक्टरों और फार्मासिस्ट को अपने जाल में फंसाया और फिर उनसे भी ड्रग्स की तस्करी करवाने लगी. पूरी तरह ड्रग्स के धंधे में उतरने के बाद धीरे धीरे उसके अफगानिस्तान और दुबई के ड्रग तस्करों से भी संपर्क हो गया और अब महजबीन एक हाई प्रोफाइल ड्रग्स तस्कर बन गई. महजबीन और अनवर लॉकडाउन के दौरान भी पिछले 16 महीनों से मुंबई में ड्रग्स तस्करी का काम कर रहे थे.
बांग्लादेश की सिम का करती थी इस्तेमाल
इंदौर क्राइम ब्रांच शातिर ड्रग तस्कर महजबीन के डी कंपनी से संपर्को को भी खंगाल रही है. पुलिस को यह जानकारी भी हाथ लगी है कि महजबीन ड्रग्स सप्लायर और पैडलर्स से बातचीत के लिए बांग्लादेश की सिम का इस्तेमाल करती थी.
ड्रग्स के धंधे में ऐसे हुई महजबीन की एंट्री
पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक महजबीन जब पहली बार मुंबई आई तो वो यहां एक डांस बार में काम करती थी. इसी दौरान उसकी पहचान कई हाई प्रोफाइल लोगों से हुई. इसके बाद वह उनकी मुंबई में होने वाली रेव पार्टीज और किटी पार्टियों में जाने लगी जिसमें वह उन्हें ड्रग्स सप्लाई करती थी. उसका कई बड़े ड्रग्स तस्करों से भी संपर्क हो गया और वह पूरी तरह से ड्रग्स तस्करी के धंधे में उतर गई. पुलिस का कहना है कि आने वाले दिनों में महजबीन से पूछताछ के जरिए कई और अहम जानकारियां सामने आ सकती है.
कौन है महजबीन का लिव इन पार्टनर सलीम चौधरी
मुंबई से गिरफ्तार किया गया सलीम चौधरी वहां एक उर्दू अखबार चलाता था. इसी वजह से नारकोटिक्स ब्यूरो सहित मुंबई पुलिस के भी कई अधिकारी उसके संपर्क में थे. सलीम जब-तब छोटे ड्रग्स तस्करों की इंफॉर्मेशन देकर उनपर कार्रवाई भी करवाता रहता था. इंदौर पुलिस जब पहले गिरफ्तार किए गए आरोपियों से की गई पूछताछ के बाद सलीम का नाम सामने आने पर जब उसे गिरफ्तार करने मुंबई पहुंची तो वहां की पुलिस ने सलीम को गिरफ्तार न करने को लेकर कई तरह के तर्क दिए, लेकिन इंदौर पुलिस के पास सलीम के खिलाफ पुख्ता सुबूत थे जिनके आधार पर सलीम की गिरफ्तारी की हुई.
लॉकडाउन में प्रेस कार्ड यूज कर की ड्रग्स की तस्करी
इंदौर पुलिस ने जब सलीम को पकड़ा तो उसने बताया कि बताया कि वह कई साल से ड्रग तस्करी के धंधे से जुड़ा हुआ है. उर्दू अखबार के नाम से उसने एक प्रेस कार्ड भी बनाया हुआ है. जिसका इस्तेमाल कर वह ड्रग तस्करी के लिए दूसरे प्रदेशों में भी आसानी से आया जाया करता था. जब देश मे कोरोना काल के दौरान लॉकडाउन लगा था तब भी वह अपने प्रेस कार्ड और गाड़ी पर प्रेस का स्टीकर का इस्तेमाल करता था. इस दौरान उसके साथ महजबीन भी होती थी. सलीम की दो शादियां हो चुकीं है लेकिन वह अपनी दोनों पत्नियों को तलाक दे चुका है और मुंबई में महजबीन के साथ ही लिव इन में रह रहा था.
मुंबई से ही गिरफ्तार हुआ जुबेर
इसी मामले में पुलिस ने जुबेर नामक एक आरोपी को भी महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया. जुबेर मुंबई में पिछले 30 सालों से रह रहा है. जुबेर इंदौर के रहने वाले रईस के संपर्क में आया और पैसों के लालच में एमडीएम ड्रग्स की तस्करी करने लगा. जुबेर इंदौर के रहने वाले रईस से ड्रग्स खरीदता था और उसे मुंबई में खपाया करता था. वह खुद भी ड्रग्स लेने का आदी था. इंदौर क्राइम ब्रांच अब इस मामले में कुछ नीग्रो अपराधियों की तलाश भी कर रही है. पुलिस का दावा है कि इस ड्रग्स रैकेट के तार अफ्रीका से भी जुड़े हुए हैं.