इंदौर। देश के करीब 360 रेलवे स्टेशनों के पास अब गार्डन विकसित हो सकेंगे. रेलवे ने ट्रैक के अलावा स्टेशन तक जाने वाले एप्रोच रोड के किनारे गार्डन विकसित करने का फैसला किया है. इसकी शुरुआत रतलाम समेत देश के अन्य सबअर्बन एक दो और तीन श्रेणी वाले 360 स्टेशनों से होगी. पीपीपी मोड पर होने वाली इस पहल से रेलवे एनजीओ ट्रस्ट या समाजसेवी संस्थाओं को जोड़ेगा, जिसके साथ मिलकर स्टेशनों के आसपास हरियाली विकसित की जा सकेगी.
रेलवे एरिया में बनेंगे गार्डन: हाल ही में रेलवे बोर्ड के डायरेक्टर चंद्रशेखर के आदेश पर रेलवे स्टेशनों के एप्रोच रोड के किनारों का चयन ग्रीनरी के लिए किया जा रहा है. कोशिश की जाएगी कि गार्डन से ट्रेन संचालन पर कोई असर ना पड़े. इंदौर रेलवे पीआरओ खेमराज मीणा के मुताबिक "सौंदर्यीकरण योजना में रेलवे एरिया वा कैंपस में गार्डन बनाए जाएंगे. फिलहाल रतलाम समेत दाहोद, नागदा एवं अन्य रेलवे स्टेशनों का इसके लिए स्थान का चयन किया जा रहा है. सर्वे के बाद रतलाम में 22 वर्ग मीटर की 2 साइट का चयन किया गया है. इसी प्रकार अन्य 12 व तीन श्रेणी वाले स्टेशनों पर जगह चिन्हित की जाएगी, जिसमें कम ऊंचाई वाले पेड़ पौधे बेल औषधीय फूल और सजावटी पौधे लगाने होंगे."
PPP मोड पर होंगे गार्डन विकसित: रेलवे बोर्ड की इस पहल का खर्चा रेलवे पर नहीं आएगा, क्योंकि एनजीओ ट्रस्ट या वेलफेयर सोसाइटी अथवा गैर सरकारी संस्था संगठनों के साथ मिलकर करने जा रहा है. इसके लिए बाकायदा रेलवे और संबंधित संगठन के बीच एक एमओयू होगा. एमओयू के बदले में संबंधित संस्था संगठन अपना नाम और प्रमोशन समेत अन्य गतिविधियों का विवरण गार्डन के आसपास डिस्प्ले कर सकेगी. इसका कोई शुल्क रेलवे द्वारा नहीं लिया जाएगा.