इंदौर। देशभर में दवाइयों के कच्चे मटेरियल की आपूर्ति के लिए चीन से निर्भरता खत्म करने के लिए भारत में भी तीन मेडिसिनल रॉ मैटेरियल पार्क बनाए जाने की तैयारी है. उत्तराखंड के बाद देश के तीन अलग-अलग राज्यों में इनकी स्थापना की जाएगी. इसके पहले ही मध्यप्रदेश के इंदौर में इसे स्थापित करने की मांग जोर पकड़ने लगी है. दरअसल मध्य प्रदेश का मेडिकल हब इंदौर में हैं. जहां 300 से ज्यादा फार्मा कंपनियां अलग-अलग दवाओं का निर्माण करती हैं.
केंद्र सरकार द्वारा भारत में मेडिसिनल रॉ मटेरियल पार्क बनाने के लिए 60 हजार करोड़ का पैकेज दिया गया है. इससे देश में तीन स्थानों पर इस तरह के मेडिसिनल रॉ मटेरियल पार्क स्थापित किए जाएंगे. इस बीच भाजपा नेता कृष्ण मुरारी मोघे ने प्रदेश के उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह से भेंट कर इसे इंदौर में स्थापित कराने का सुझाव दिया है. इंदौर में लगभग 300 दवा निर्माण इकाइयां हैं. ऐसे में अगर यहां मेडिसिनल रा मटेरियल पार्क स्थापित होता है तो ज्यादा फायदा मिलेगा और दवाइयों की कीमतें भी कम होगी.
प्रदेश के उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह के मुताबिक अभी बड़ी मात्रा में रॉ मटेरियल के लिए भारत को चीन पर निर्भर रहना पड़ता है. कोरोना काल में कई मेडिसिनल रॉ मटेरियल की कीमतें चीन ने 20 प्रतिशत तक बढ़ा दी हैं. अगर इस तरह के पार्क भारत में स्थापित हो जाते हैं तो भारत की चीन पर निर्भरता काफी हद तक कम हो जाएगी.