इंदौर। कोरोना महामारी के चलते एक और जहां आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हुआ है, वहीं लोगों को आर्थिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ा है. इस महामारी के चलते लोगों को अपनी नौकरी भी गंवानी पड़ी. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने वाले छात्र डिग्री पूरी होने से पहले ही नौकरी हासिल करने में सफल हुए हैं. प्लेसमेंट प्रक्रिया के दौरान छात्रों को सेमेस्टर खत्म होने से पहले ही नौकरियां मिल चुकी है. अलग-अलग सेक्टर की करीब 100 से अधिक कंपनियों ने प्लेसमेंट प्रक्रिया में हिस्सा लिया, जिसमें करीब 1000 से अधिक छात्रों को नौकरियों का ऑफर दिया गया है. महामारी के बाद प्लेसमेंट प्रक्रिया में इतना बड़ा पैकेज छात्रों को मिलना विश्वविद्यालय एक बड़ी सफलता मान रहा है.
आईईटी की छात्रा को छप्पन लाख का पैकेज
आईआईटी और आईआईएम जैसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान इंदौर में मौजूद है. सामान्य तौर पर आईआईटी और आईआईएम के छात्रों को विभिन्न राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा बड़े पैकेज ऑफर किए जाते हैं. लेकिन इस बार देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में आयोजित प्लेसमेंट प्रक्रिया के तहत विश्वविद्यालय के आईईटी डिपार्टमेंट की रीति नेमा को ऑस्ट्रेलिया की एक कंपनी द्वारा छप्पन लाख रुपए का वार्षिक पैकेज दिया है. आईटी विभाग के डॉ. अशेष तिवारी के अनुसार आईटी विभाग में करीब 90% छात्रों को प्लेसमेंट प्रक्रिया के माध्यम से नौकरियां मिली है. जिसमे सबसे बड़ा पैकेज 56 लाख रुपए वार्षिक रहा है.
100 से अधिक छात्रों को 10 लाख का पैकेज
विश्वविद्यालय में आयोजित प्लेसमेंट प्रक्रिया के दौरान विश्वविद्यालय का आईईटी, आईएमएस, आईआईपीएस, कॉमर्स, इकोनॉमिक्स सहित अन्य विभागों के करीब 100 से अधिक छात्रों को प्लेसमेंट प्रक्रिया में 10 लाख रुपए से अधिक वार्षिक पैकेज कंपनियों द्वारा दिया गया है. प्लेसमेंट प्रक्रिया में 30 से अधिक छात्रों को ₹2000000 से अधिक का पैकेज भी कंपनियों द्वारा दिया गया है.
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