जबलपुर। कोरोना का संक्रमण अब शहरों से निकलर गांवों में फैलने लगा है. ऐसे में अब राज्य सरकार के निर्देश के बाद जिला प्रशासन ने पंचायत स्तर पर कोरोना से संबंधित समिति गठित करने का फैसला किया है. यह समिति पूरे पंचायत स्तर पर कोरोना की समीक्षा करेगी.
जबलपुर संभाग में शुरू हुई प्रक्रिया
गृह विभाग के निर्देश पर जबलपुर संभाग में पंचायत स्तर की समितियां बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. यह समिति कोरोना संबंधित जानकारियां ग्रामीण स्तर पर ग्रामीणों को प्रेषित करेगी. पंचायत स्तर की समिति को लेकर संभाग कमिश्नर महेश चंद्र चौधरी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि जबलपुर के सभी जिलों में पंचायत स्तर की समिति बनाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं, संभाग के सभी कलेक्टरों को यह दिशा निर्देश दिए गए हैं जिसके बाद से कुछ जिलों में समितियां बनाने का काम शुरू कर दिया गया है.
पंचायत स्तर पर समिति बनाने का यह है उद्देश्य
संभाग कमिश्नर महेश चंद्र चौधरी ने बताया कि शहरी क्षेत्र में तो कोविड-19 को लेकर लोग जागरूक हैं. लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी देखा जा रहा है कि इस घातक बीमारी को लेकर ग्रामीण गंभीर नहीं है. यही वजह है कि अब शहर से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के मरीज सामने आ रहे हैं. इसलिए इन पंचायत स्तर की समितियों को गठित किया जा रहा है.
अगर किसी गांव में कोरोना संबंधित मरीज मिलते ही उस मरीज की जानकारी जिला स्तर के अधिकारी को दी जाएगी, साथी उस व्यक्ति को क्वारटाईन किया जाएगा. इस दौरान यह भी देखा जाएगा कि मरीज के बीमारी में किस तरह का सुधार आ रहा है. संभाग कमिश्नर ने कहा कि इलाज में लापरवाही न बरती जाए और किसी भी कीमत में पॉजिटिव व्यक्ति की मौत ना हो यह पंचायत स्तर की समिति बनाने का मुख्य उद्देश्य है.
कोरोना मरीज परिजनों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कर सकते है बात
संभागीय आयुक्त ने बताया कि क्वारटाईन मरीजों के लिए जिला प्रशासन ने एक राहत दी है. अब ऐसे मरीजों जो की अस्पताल में भर्ती है वह अपने परिजनों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात कर सकते हैं. राज्य सरकार के निर्देश के बाद संभाग कमिश्नर ने सभी कलेक्टरों को यह आदेश जारी कर दिया है कि कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीजों को परिजनों से बात करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए.