इंदौर। कोरोना संक्रमण काल में प्रतिबंध के बावजूद इंदौर के खजराना क्षेत्र में ताजिए का जुलूस निकाले जाने का मामला गरमा गया है. शहर की पूर्व महापौर और बीजेपी विधायक मालिनी गौड़ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर की है.
बीजेपी विधायक ने बताया कि रविवार की घटना संयोग नहीं है, बल्कि भय फैलाने की साजिश थी. इंदौर में इस प्रकार की घटना होना पूरे शहर के लिए खतरनाक है. पहले से इस तरह की घटनाएं लगातार हो रही हैं. टाट पट्टी बाखल में स्वास्थ्य विभाग की टीम पर पथराव, चंदन नगर में पुलिस पर पथराव और रानीपुरा की घटना अब तक शहर में घट चुकी है. इन घटनाओं से इस बात की जानकारी मिलती है कि इंटेलीजेंस पूरी तरह से फेल है. इस प्रकार की घटनाओं के लिए पुलिस-प्रशासन के साथ ही अन्य जिम्मेदार लोग भी दोषी हैं.
मामले की हो उच्चस्तरीय जांच
मालिनी गौड़ ने पूरे मामले में सीएम शिवराज से उच्च स्तरीय जांच होने के साथ ही दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है. गौरतलब है कि खजराना क्षेत्र में निकले ताजिए के बाद जहां स्थानीय पुलिस थाना प्रभारी को लाइन अटैच किया गया है वहीं ताजिए निकालने वाले आयोजकों के खिलाफ भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. इंदौर में मोहर्रम के पर्व पर पुलिस ने सुरक्षा के खास इंतजाम किए थे लेकिन इसके बावजूद भीड़ एकत्रित होने पर खजराना थाने के टीआई को लाइन अटैच कर दिया गया है. वहीं एसडीएम को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. क्योंकि कोरोना काल में किसी भी प्रकार के जुलूस और अन्य आयोजनों पर रोक लगाई गई है.