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जीवाजी विश्वविद्यालय में दो दिवसीय वेबिनार, कोरोना का पर्यटन पर असर विषय पर हुई चर्चा - ग्वालियर न्यूज

कोरोना काल में पर्यटन क्षेत्र पर पड़ी मार से निपटने के लिए जीवाजी विश्वविद्यालय में रविवार से दो दिवसीय वेबिनार का शुरू हो गया है. इस वेबिनार में कोविड-19 के चलते पर्यटन उद्योग पर पड़े असर को लेकर चर्चा की जा रही है.

two day webinar at Jiwaji University on tourism
जीवाजी विश्वविद्यालय में दो दिवसीय वेबीनार
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Published : Jun 8, 2020, 2:12 AM IST

ग्वालियर। कोरोना काल में पर्यटन क्षेत्र पर पड़ी मार से निपटने के लिए जीवाजी विश्वविद्यालय में रविवार से दो दिवसीय वेबिनार का शुरू हो गया है. इस वेबिनार में कोविड-19 के चलते पर्यटन उद्योग पर पड़े असर और उससे उबरने को लेकर चर्चा होगी. साथ कोरोना काल मे उपजी चुनौतियों से निपटने को लेकर भी चर्चा होगी. वेबिनार में पर्यटन निगम के वरिष्ठ अधिकारियों सहित जीवाजी विश्वविद्यालय के पर्यटन विभाग से संबंधित अफसर शामिल हो रहे हैं.

डॉ. केशव सिंह गुर्जर

कोविड-19 चैलेंज आन इंडियन टूरिज्म इंडस्ट्री रिमेडियल मेजर्स एंड इश्यूज इंवॉल्वड विषय पर वेबिनार हो रहा है. पहले दिन इसमें पर्यटन विभाग की एएमडी सोनिया मीणा अपना संबोधन दिया. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कारण टूरिज्म इंडस्ट्री को भी नुकसान पहुंचा है, लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई है कि आने वाले दिनों में हम इन चुनौतियों से निपटने में सफल होंगे और नए आकर्षण और एहतियात के साथ इंडस्ट्री को आगे ले जाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय कलाओं के माध्यम से भी पर्यटन को आकर्षक बनाया जा सकता है.

वेबिनार में टूरिज्म को बढ़ाने इवेंट कराए जाने की भी आवश्यकता पर जोर दिया गया. इसके अलावा प्रदेश में एडवेंचर टूरिज्म पर फोकस किया गया. बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल के कुलपति प्रोफेसर आरजे राव ने कहा कि चंबल अभ्यारण में काफी संभावना हैं. हम पर्यावरण की सही तरह से पहचान करके पर्यटन बढ़ावा दे सकते हैं. खासतौर पर जल आधारित पर्यटन को लेकर काफी आकर्षक इवेंट किए जा सकते हैं. वही आईआईटीटीएम के प्रोफेसर संदीप कुलश्रेष्ठ ने कहा कि कोरोना काल में उपजी चुनौतियों को हमें सोच समझकर आगे का रास्ता तय करना होगा.

ग्वालियर। कोरोना काल में पर्यटन क्षेत्र पर पड़ी मार से निपटने के लिए जीवाजी विश्वविद्यालय में रविवार से दो दिवसीय वेबिनार का शुरू हो गया है. इस वेबिनार में कोविड-19 के चलते पर्यटन उद्योग पर पड़े असर और उससे उबरने को लेकर चर्चा होगी. साथ कोरोना काल मे उपजी चुनौतियों से निपटने को लेकर भी चर्चा होगी. वेबिनार में पर्यटन निगम के वरिष्ठ अधिकारियों सहित जीवाजी विश्वविद्यालय के पर्यटन विभाग से संबंधित अफसर शामिल हो रहे हैं.

डॉ. केशव सिंह गुर्जर

कोविड-19 चैलेंज आन इंडियन टूरिज्म इंडस्ट्री रिमेडियल मेजर्स एंड इश्यूज इंवॉल्वड विषय पर वेबिनार हो रहा है. पहले दिन इसमें पर्यटन विभाग की एएमडी सोनिया मीणा अपना संबोधन दिया. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कारण टूरिज्म इंडस्ट्री को भी नुकसान पहुंचा है, लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई है कि आने वाले दिनों में हम इन चुनौतियों से निपटने में सफल होंगे और नए आकर्षण और एहतियात के साथ इंडस्ट्री को आगे ले जाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय कलाओं के माध्यम से भी पर्यटन को आकर्षक बनाया जा सकता है.

वेबिनार में टूरिज्म को बढ़ाने इवेंट कराए जाने की भी आवश्यकता पर जोर दिया गया. इसके अलावा प्रदेश में एडवेंचर टूरिज्म पर फोकस किया गया. बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल के कुलपति प्रोफेसर आरजे राव ने कहा कि चंबल अभ्यारण में काफी संभावना हैं. हम पर्यावरण की सही तरह से पहचान करके पर्यटन बढ़ावा दे सकते हैं. खासतौर पर जल आधारित पर्यटन को लेकर काफी आकर्षक इवेंट किए जा सकते हैं. वही आईआईटीटीएम के प्रोफेसर संदीप कुलश्रेष्ठ ने कहा कि कोरोना काल में उपजी चुनौतियों को हमें सोच समझकर आगे का रास्ता तय करना होगा.

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