Gwalior Building Video : 30 मिनट तक मलबे में दबा रहा डॉक्टर, पलक झपकते ही ढहा तीन मंजिला मकान - gwalior triple storey building collapsed
ग्वालियर में एक तीन मंजिला मकान ढह गया (Gwalior Building Collapse). पड़ोसी के मकान के बेसमेंट की खुदाई से डॉक्टर का तीन मंजिला मकान (Gwalior triple storey building collapsed) ढह गया. घटना में डॉक्टर मलबे में दबा रह गया. फायर ब्रिगेड की टीम ने 30 मिनट में डॉक्टर को रेस्क्यू कर अस्पताल में भर्ती कराया. (Three storey building collapsed in Gwalior)
ग्वालियर। तीन मंजिला मकान ढहने का सीसीटीवी वीडियो सामने आया है (Building collapse cctv footage). ये सीसीटीवी वीडियो शहर के दाल बाजार (Daal baajaar building collapsed Gwalior) इलाके के गीता कॉलोनी का है. यहां एक मकान के बेसमेंट की खुदाई से डॉक्टर दंपति का तीन मंजिला मकान ढह गया. इसमें एक डॉक्टर लगभग आधे घंटे तक मलबे में दबा रहा. वहीं डॉक्टर का परिवार घर से बाहर था. फायर ब्रिगेड की टीम ने 30 मिनट में डॉक्टर को रेस्क्यू कर अस्पताल में भर्ती कराया. घटना सोमवार रात 2 बजे की है. (Three storey building collapsed in Gwalior)
चंद सेकेंड में ढही बिल्डिंग : गीता कॉलोनी में अशोक गुप्ता का तीन मंजिला मकान बना हुआ था (Gwalior building collapsed cctv footage). इस मकान में उनके बेटे डॉक्टर आलोक गुप्ता अपने परिवार के साथ रहते हैं. इमारत की निचले हिस्से में डायग्नोस्टिक सेंटर (Dr Alok gupta Diagnostic Center) संचालित होता था, जबकि ऊपरी हिस्से में भवन स्वामी डॉ आलोक गुप्ता रहते थे. अशोक गुप्ता की 3 मंजिला इमारत के पड़ोस में एक अन्य मकान का निर्माण चल रहा है. पड़ोसी बेसमेंट बनवा रहा था. इसके लिए गड्ढा खोदा जा रहा था. नींव कमजोर पड़ने से देर रात मकान ढह गया और डॉ. आलोक 3 मंजिला इमारत के मलबे में दब गए. (Gwalior Building Collapse)
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30 मिनट तक दबे रहे डॉक्टर : हादसे के बाद डॉक्टर आलोक गुप्ता को इमारत के मलबे (Gwalior triple storey building collapsed) में से बमुश्किल नगर निगम के दमकल अमले द्वारा रेस्क्यू किया गया. डॉक्टर जीने के नीचे दबे होने के चलते बाल बाल बच गया. मामूली रूप से चोटिल डॉक्टर को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है. निर्माणाधीन भवन नत्थी लाल बंसल का बताया गया है. इस हादसे के बाद निर्माणधीन भवनों में तय मानकों की खुलेआम अनदेखी से नगर निगम प्रशासन की कार्यप्रणाली कटघरे में है. माधवगंज थाना प्रभारी महेश शर्मा का कहना है कि हादसा कैसे हुआ इसकी जांच की जा रही है.