भोपाल। मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस में इन दिनों आंतरिक गुटबाजी के चलते विवाद उभर कर सामने आ रहे हैं. अध्यक्ष की नियुक्ति से लेकर अब तक लगातार महिला कांग्रेस विवादों में बनी हुई है. पहले अध्यक्ष पद के लिए घमासान हुआ, बाद में नए अध्यक्ष की नियुक्ति के साथ ही पार्टी की वरिष्ठ नेताओं द्वारा इस्तीफे को लेकर दबाव बनाया गया. अब प्रदेश कार्यकारिणी व जिला अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर असंतोष जाहिर हो गया है. हाल ही में ग्वालियर की महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने प्रियंका गांधी को पत्र लिखकर इस्तीफा भेज दिया है. हालांकि प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष डॉ. अर्चना जायसवाल पार्टी में गुटबाजी और विवाद से इंकार कर रही हैं.
अध्यक्ष की नियुक्ति से शुरू हुआ विवाद
27 जुलाई 2021 को एआईसीसी ने महिला कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर इंदौर की अर्चना जायसवाल को नियुक्त किया. 7 अप्रैल 2021 को मांडवी चौहान की कोरोना से मृत्यु के बाद से यह पद खाली था. इसको लेकर महिला कांग्रेस में घमासान मचा हुआ था, अध्यक्ष पद के लिए उज्जैन से नूरी खान, ग्वालियर से रश्मि पवार, रीवा से कविता पांडे, भोपाल से विभा पटेल सहित दर्जन भर से अधिक ने दावेदारी की थी. लेकिन पीसीसी चीफ कमलनाथ की सहमति से अर्चना जायसवाल को महिला कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया. तभी से पदाधिकारियों के बीच आपसी मतभेद सामने आ गए.
नूरी खान ने इस्तीफा देकर वापस लिया
महिला कांग्रेस के अध्यक्ष पद की दावेदार रही नूरी खान ने 6 दिसंबर 2021 को अल्पसंख्यकों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया था, फिर पीसीसी चीफ कमलनाथ से चर्चा के बाद इसे वापस लिया. इस घटनाक्रम के बाद महिला कांग्रेस की आपसी गुटबाजी सामने आ गई. जानकारी के मुताबिक नूरी खान ने दबाव की राजनीति के तहत अपना इस्तीफा दिया था, बाद में 9 दिसंबर को एआईसीसी की मध्य प्रदेश प्रभारी ओनिका मेहरोत्रा की उपस्थिति में भोपाल में बैठक हुई. 3 घंटे की बैठक के बाद मध्यप्रदेश में महिला कांग्रेस के चार वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनाए गए. जिनमें नूरी खान को मालवा-निमाड़ जोन का प्रभार दिया गया, कविता पांडे को बघेलखंड, रश्मि पवार ग्वालियर-चंबल और जमुना मरावी को महाकौशल की जिम्मेदारी दी गई.
कार्यकारिणी और जिला अध्यक्ष की नियुक्ति पर भी विवाद
महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष अर्चना जायसवाल ने 29 जनवरी 2022 को प्रदेश कार्यकारिणी घोषित की. इसके साथ ही जिला अध्यक्षों की लिस्ट भी जारी की गई. नई कार्यकारिणी को लेकर फिर विवाद सामने आया. उज्जैन और ग्वालियर में मतभेद के स्वर उभरे, जिसके बाद पीसीसी चीफ कमलनाथ से नवगठित कमेटी को होल्ड कर दिया और आज तक इनके नियुक्ति पत्र जारी नहीं हो सके. इसको लेकर महिला कांग्रेस की अलग से अनुशासन समिति भी बनाई गई.
ग्वालियर महिला कांग्रेस में उठापटक
जानकारी के मुताबिक 8 फरवरी को ग्वालियर में महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष रुचि गुप्ता ने इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने पार्टी प्रोटोकाल का पालन नहीं करने का आरोप लगाया है. रुचि गुप्ता ने प्रियंका गांधी को पत्र लिखकर अपना इस्तीफा सौंपा है. बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में प्रदेश की कई महिला जिला कांग्रेस अध्यक्ष इस्तीफा दे सकती हैं. ग्वालियर में रुचि गुप्ता के साथ ही 5 ब्लॉक अध्यक्ष, 2 वार्ड अध्यक्ष, एक जिला उपाध्यक्ष, एक जिला महामंत्री के भी इस्तीफा देने की बात सामने आई है. महिला कांग्रेस में कोई असंतोष नहीं प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष डॉ अर्चना जायसवाल का कहना है कि महिला कांग्रेस में कहीं कोई भी असंतोष नहीं है। पार्टी में कोई भी अंदरूनी विवाद नहीं है। पूरी महिला कांग्रेस अभी यूपी के चुनाव में लगी हुई है। यूपी चुनाव से लौटकर सभी से चर्चा की जाएगी।