ग्वालियर। शहर के आबकारी विभाग की एक कार्रवाई विवादों में घिर गई है. पुरानी छावनी स्थित हाईवे की देसी और अंग्रेजी शराब की दुकानें पिछले एक सप्ताह से बंद पड़ी हुई हैं. बीती 4 फरवरी की रात विभाग ने दुकान में छापेमार कार्रवाई कर पूरी शराब को लोडिंग वाहन में जब्त कर लिया, तभी से दुकान बंद है. जिला प्रशासन इस कार्रवाई से बेखबर है.
जानकारी के अनुसार पुरानी छावनी की अंग्रेजी और देसी शराब की यह दुकानें किसी शैंकी गुप्ता के नाम से रजिस्टर्ड हैं. शैंकी पर कई महीनों से लाइसेंस फीस नहीं चुकाने का आरोप है. इस मामले में जब आबकारी विभाग से दुकानों के बंद करने के मामले में जानकारी ली गई, तो उन्होंने कुछ भी जानकारी देने से इनकार कर दिया. हालांकि विभाग ने जिला प्रशासन को शनिवार को एक रिपोर्ट सौंप दी.
वहीं दुकानों को सील नहीं किया गया है और ना ही दुकान को खुद विभाग संचालित कर रहा है. दुकान का रखा माल कहां गया इसे लेकर भी आबकारी विभाग कुछ बताने को तैयार नहीं है. जिला प्रशासन का कहना है कि अब इस मामले की जांच की जा रही है. साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि असिस्टेंट कमिश्नर को दुकान बंद करने का अधिकार था या नहीं.
बता दें कि हर साल करोड़ों रुपए के ठेके के रूप में उठने वाली यह दुकानें बिना कलेक्टर की अनुमति के बंद नहीं की जा सकती हैं. यदि लाइसेंस धारी फीस जमा नहीं करता है तो विभाग कई बार खुद ही दुकानों का संचालन करता है, ताकि राजस्व का घाटा पूरा किया जा सके. इस मामले में पता चला है कि आबकारी विभाग ने जिला प्रशासन को बिना विश्वास में लिए दुकान बंद कर दी, जिससे अब तक लाखों रुपए के राजस्व का खामियाजा भुगतना पड़ा है.