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देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति बनीं डॉ. रेणु जैन

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Published : Jul 25, 2019, 7:40 PM IST

ग्वालियर की रहने वाली डॉ रेणु जैन को इंदौर की देवी अहिल्याबाई विश्विद्यालय का कुलपति बनाया गया है. रेणु जैन इससे पहले जीवाजी यूनिवर्सिटी में वरिष्ठ प्रोफेसर के पद आसीन थीं. रेनू जैन देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति हैं.

Doctor Renu Jain appointed as the first woman VC in devi ahilyabai university of Indore

ग्वालियर। इंदौर की देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय में धारा 52 लगने के 30 दिन बाद डॉक्टर रेणु जैन को कुलपति के रूप में नियुक्त किया गया है. डॉक्टर रेणु जैन जीवाजी यूनिवर्सिटी की वरिष्ठ प्रोफेसर हैं. रेणु जैन ग्वालियर की रहने वाली हैं. राजभवन की ओर से इसका आदेश भी जारी कर दिया है. रेनू जैन देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति हैं.

देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति बनीं डॉ. रेणु जैन


मीडिया से बात करते हुये रेनू जैन ने कहा की, यूनिवर्सिटी में धारा 52 लगने के बाद अव्यवस्थाओं को सुधारना बड़ी चुनौती है, साथ ही इस को सुधारने के लिए छात्र नेताओं के साथ बैठ कर बात करने का बात कही है. गौरतलब है कि प्रदेश सरकार द्वारा सीईटी परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर धारा 52 का प्रयोग करते हुए 24 जून 2019 को कुलपति प्रोफेसर नरेंद्र धाकड़ को हटा दिया था, जिसके बाद राजभवन और सरकार के बीच जारी असमंजस और असहमति में देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय के कुलपति का फैसला अटका हुआ था.


वहीं पहली बार ऐसा हुआ था कि सरकार के भेजे गए नामों के पैनल एक से ज्यादा बार राजभवन से लौटाए गए. सरकार की कोशिशों के बावजूद कुलाधिपति ने किसी भी नाम को मंजूरी नहीं दी थी. इसी बीच शुरू हुए विरोध के बाद सरकार बुधवार को सक्रिय हो गई और उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने इस मुद्दे को लेकर विशेष बैठक ली. बैठक के बाद डॉ रेणु जैन के नाम पर सहमति बनने के बाद. राजभवन से कुलपति बनाने का आदेश जारी कर दिया.

ग्वालियर। इंदौर की देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय में धारा 52 लगने के 30 दिन बाद डॉक्टर रेणु जैन को कुलपति के रूप में नियुक्त किया गया है. डॉक्टर रेणु जैन जीवाजी यूनिवर्सिटी की वरिष्ठ प्रोफेसर हैं. रेणु जैन ग्वालियर की रहने वाली हैं. राजभवन की ओर से इसका आदेश भी जारी कर दिया है. रेनू जैन देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति हैं.

देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति बनीं डॉ. रेणु जैन


मीडिया से बात करते हुये रेनू जैन ने कहा की, यूनिवर्सिटी में धारा 52 लगने के बाद अव्यवस्थाओं को सुधारना बड़ी चुनौती है, साथ ही इस को सुधारने के लिए छात्र नेताओं के साथ बैठ कर बात करने का बात कही है. गौरतलब है कि प्रदेश सरकार द्वारा सीईटी परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर धारा 52 का प्रयोग करते हुए 24 जून 2019 को कुलपति प्रोफेसर नरेंद्र धाकड़ को हटा दिया था, जिसके बाद राजभवन और सरकार के बीच जारी असमंजस और असहमति में देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय के कुलपति का फैसला अटका हुआ था.


वहीं पहली बार ऐसा हुआ था कि सरकार के भेजे गए नामों के पैनल एक से ज्यादा बार राजभवन से लौटाए गए. सरकार की कोशिशों के बावजूद कुलाधिपति ने किसी भी नाम को मंजूरी नहीं दी थी. इसी बीच शुरू हुए विरोध के बाद सरकार बुधवार को सक्रिय हो गई और उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने इस मुद्दे को लेकर विशेष बैठक ली. बैठक के बाद डॉ रेणु जैन के नाम पर सहमति बनने के बाद. राजभवन से कुलपति बनाने का आदेश जारी कर दिया.

Intro:ग्वालियर- इंदौर की देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय में धारा 52 लगने की 30 दिन बाद डॉक्टर रेणु जैन को को कुलपति के रूप में नियुक्त किया गया है डॉक्टर रेणु जैन जीवाजी यूनिवर्सिटी की वरिष्ठ प्रोफेसर हैं। राजभवन की ओर से इसका आदेश भी जारी कर दिया है डॉक्टर रेनू जैन देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति हैं।और डॉक्टर रेणु जैन ग्वालियर की रहने वाली है। मीडिया से बात करते हुये डॉ रेनू जैन ने कहा की यूनिवर्सिटी में धारा 52 लगने के बाद अव्यवस्थाओं को सुधारना बड़ी चुनौती है। साथ ही इस को सुधारने के लिए छात्र नेताओं के साथ बैठ कर बात करेंगे ।


Body:गौरतलब है कि प्रदेश सरकार द्वारा सीईटी परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर धारा 52 का प्रयोग करते हुए 24 जून 2019 को कुलपति प्रोफेसर नरेंद्र धाकड़ को हटा दिया था उसके बाद राजभवन और सरकार के बीच जारी असमंजस और असहमति में देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय के कुलपति का फैसला अटका हुआ था । ऐसा पहली बार हुआ था कि सरकार के भेजे गए नामों के पैनल एक से ज्यादा बार राजभवन से लौटा दी गई । सरकार की कोशिशों के बावजूद कुलाधिपति ने किसी भी नाम को मंजूरी नहीं दी थी। इसी बीच अटकी सीईटी और शुरू हुए विरोध के बाद सरकार बुधबार को सक्रिय हो गई और उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने इस मुद्दे को लेकर विशेष बैठक ली । और बैठक के बाद डॉ रेणु जैन को कुलपति बनाने का आदेश जारी कर दिया।


Conclusion:बाईट - डॉ रेणु जैन , देवी अहिल्याबाई विश्व विद्यालय कुलपति
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