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मध्य प्रदेश परिवहन विभाग में क्यों मचा है हड़कंप ? घर का भेदी ही लंका ढहाने की कर रहा था प्लानिंग

मध्यप्रदेश के परिवहन मंत्री और आयुक्त मुकेश जैन के खिलाफ फर्जी शिकायतें करने के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. आयुक्त के पीए ने अपने ड्राइवर के जरिये शिकायती पत्र भेजा था. जिसमें उसने प्रदेश के टोल नाकों पर 50 करोड़ की अवैध वसूली का आरोप लगाया. पुलिस ने ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि फरार पीए सत्यप्रकाश शर्मा की तलाश में जुटी है. (Complaint against MP transport department)

transport commissioner complaints
एमपी परिवहन विभाग पर भ्रष्टाचार के आरोप
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Published : Apr 18, 2022, 10:47 AM IST

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के परिवहन मंत्री और आयुक्त मुकेश जैन के खिलाफ मुख्यमंत्री शिवराज (Shivraj Singh Chouhan) से फर्जी शिकायत करने के मामले में एक के बाद एक बड़े खुलासे हो रहे हैं. यह फर्जी शिकायत करने वाला कोई नहीं बल्कि ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के पीए सत्यप्रकाश शर्मा का ड्राइवर अजय सालुंके निकला. पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए आयुक्त के पीए के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं अभी परिवहन आयुक्त का PA मास्टरमाइंड सत्यप्रकाश शर्मा फरार है.

सीएम शिवराज सहित 7 लोगों को भेजी शिकायत: ग्वालियर में भ्रष्टाचार की एक शिकायत इन दिनों सुर्खियों में बनी हुई है. परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और मध्य प्रदेश के परिवहन आयुक्त के खिलाफ 12 अप्रैल को स्पीड पोस्ट के जरिए शिकायत भेजी गई थी. यह शिकायत आयुक्त के पीए ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, महानिर्देशक लोकायुक्त सीबीआई, हाईकोर्ट रजिस्टर और भाजपा के संगठन मंत्री को भेजी गई थी. शिकायत में ग्वालियर के एक व्यक्ति धर्मवीर कुशवाह का नाम और उसका मोबाइल नंबर भरकर भेजा था. जब धर्मवीर के नंबर पर शिकायत के 9 नोटिफिकेशन आये तो दंग रह गया. क्योंकि उसने न ऐसी कोई शिकायत की और न स्पीड पोस्ट किया था.

Transport Commissioner PA letter to CM
परिवहन आयुक्त का पीए सत्य प्रकाश शर्मा

लिफाफे में चौंकाने वाली जानकारी: इस पर धर्मवीर ने आर्टिकल नंबर लेकर सर्च किया, तो पता लगा कि यह पार्सल डाकघर काउंटर स्टेशन से बुक किया गया है. धर्मवीर ने डाकघर में पहुंचकर बताया की स्पीड पोस्ट उन्होंने नहीं किए हैं और उन्होंने आवेदन देकर स्पीड पोस्ट को रीकॉल करवा लिया. जब यह स्पीड पोस्ट रीकॉल होकर घर पहुंची और उसने लिफाफा खोला, जिसमें चौंकाने वाली जानकारी मिली. गोविंद सिंह राजपूत, परिवहन आयुक्त मुकेश जैन द्वारा 50 करोड़ की अवैध वसूली करने की बात लिखी थी.

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मंत्री और परिवहन आयुक्त पर भ्रष्टाचार के आरोप: धर्मवीर ने इसकी शिकायत तत्काल क्राइम ब्रांच से की. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई. पुलिस ने डाकघर में लगे सीसीटीवी को खंगाला तो उसमें एक युवक लिफाफे ले जाते हुए दिखाई दिया. जिसकी पहचान परिवहन आयुक्त मुकेश जैन के PA व बाबू सत्यप्रकाश शर्मा के ड्राइवर अजय सालुंके के रूप में हुई.

पीए का नाम उजागर: पुलिस ने जब अजय से पूछताछ की तो उसने सब कुछ कबूल करते हुए पीए सत्यप्रकाश शर्मा का नाम उजागर कर दिया. अजय ने बताया कि उसने सत्यप्रकाश शर्मा के कहने पर ही यह पोस्ट किया था. पुलिस ने परिवहन आयुक्त के पीए सत्यप्रकाश और अजय के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. इस मामले को लेकर परिवहन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. सत्यप्रकाश शर्मा को विभाग के रसूखदार लोगों में माना जाता है. उनके पास बहुत से अधिकारियों के कई राज दबे हुए हैं. (Complaint against MP transport department) (Corruption in gwalior) (Transport Commissioner PA letter to CM)

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के परिवहन मंत्री और आयुक्त मुकेश जैन के खिलाफ मुख्यमंत्री शिवराज (Shivraj Singh Chouhan) से फर्जी शिकायत करने के मामले में एक के बाद एक बड़े खुलासे हो रहे हैं. यह फर्जी शिकायत करने वाला कोई नहीं बल्कि ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के पीए सत्यप्रकाश शर्मा का ड्राइवर अजय सालुंके निकला. पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए आयुक्त के पीए के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं अभी परिवहन आयुक्त का PA मास्टरमाइंड सत्यप्रकाश शर्मा फरार है.

सीएम शिवराज सहित 7 लोगों को भेजी शिकायत: ग्वालियर में भ्रष्टाचार की एक शिकायत इन दिनों सुर्खियों में बनी हुई है. परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और मध्य प्रदेश के परिवहन आयुक्त के खिलाफ 12 अप्रैल को स्पीड पोस्ट के जरिए शिकायत भेजी गई थी. यह शिकायत आयुक्त के पीए ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, महानिर्देशक लोकायुक्त सीबीआई, हाईकोर्ट रजिस्टर और भाजपा के संगठन मंत्री को भेजी गई थी. शिकायत में ग्वालियर के एक व्यक्ति धर्मवीर कुशवाह का नाम और उसका मोबाइल नंबर भरकर भेजा था. जब धर्मवीर के नंबर पर शिकायत के 9 नोटिफिकेशन आये तो दंग रह गया. क्योंकि उसने न ऐसी कोई शिकायत की और न स्पीड पोस्ट किया था.

Transport Commissioner PA letter to CM
परिवहन आयुक्त का पीए सत्य प्रकाश शर्मा

लिफाफे में चौंकाने वाली जानकारी: इस पर धर्मवीर ने आर्टिकल नंबर लेकर सर्च किया, तो पता लगा कि यह पार्सल डाकघर काउंटर स्टेशन से बुक किया गया है. धर्मवीर ने डाकघर में पहुंचकर बताया की स्पीड पोस्ट उन्होंने नहीं किए हैं और उन्होंने आवेदन देकर स्पीड पोस्ट को रीकॉल करवा लिया. जब यह स्पीड पोस्ट रीकॉल होकर घर पहुंची और उसने लिफाफा खोला, जिसमें चौंकाने वाली जानकारी मिली. गोविंद सिंह राजपूत, परिवहन आयुक्त मुकेश जैन द्वारा 50 करोड़ की अवैध वसूली करने की बात लिखी थी.

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मंत्री और परिवहन आयुक्त पर भ्रष्टाचार के आरोप: धर्मवीर ने इसकी शिकायत तत्काल क्राइम ब्रांच से की. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई. पुलिस ने डाकघर में लगे सीसीटीवी को खंगाला तो उसमें एक युवक लिफाफे ले जाते हुए दिखाई दिया. जिसकी पहचान परिवहन आयुक्त मुकेश जैन के PA व बाबू सत्यप्रकाश शर्मा के ड्राइवर अजय सालुंके के रूप में हुई.

पीए का नाम उजागर: पुलिस ने जब अजय से पूछताछ की तो उसने सब कुछ कबूल करते हुए पीए सत्यप्रकाश शर्मा का नाम उजागर कर दिया. अजय ने बताया कि उसने सत्यप्रकाश शर्मा के कहने पर ही यह पोस्ट किया था. पुलिस ने परिवहन आयुक्त के पीए सत्यप्रकाश और अजय के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. इस मामले को लेकर परिवहन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. सत्यप्रकाश शर्मा को विभाग के रसूखदार लोगों में माना जाता है. उनके पास बहुत से अधिकारियों के कई राज दबे हुए हैं. (Complaint against MP transport department) (Corruption in gwalior) (Transport Commissioner PA letter to CM)

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