ग्वालियर। अश्लील वीडियो बनाने और उन्हें शेयर करने के मामले में CBI आज पूरे देश भर में छापामार (cbi raid porn video ) कार्रवाई कर रही है. ग्वालियर(Gwalior crime news) में भी सीबीआई की छापामार कार्रवाई चल रही है. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि जिले के पिछोर थाना क्षेत्र में बड़ी अकवाई में सीबीआई ने छापा मारा है. सीबीआई ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी (Child Pornography Case) में राहुल राणा (Rahul Rana ) के यहां छापा मारा है. डबरा तहसील के बड़ी अकबई गांव में CBI ने दबिश दी. टीम की यह कार्रवाई सुबह से लेकर शाम तक लगातार जारी है. यह पूरी कार्रवाई गांव के ही रहने वाले राहुल राणा के घर पर की जा रही है. ऑनलाइन और सोशल मीडिया से मिली शिकायतों को आधार बनाकर रेड किया जा रहा है.
83 लोगों को बनाया आरोपी, डबरा है सेक्स रैकेट का बड़ा अड्डा
बताया जा रहा है कि इस पूरे मामले में 83 लोगों को आरोपी बनाया गया है और लगभग 23 मामले दर्ज किए गए हैं. बड़ी बात यह है कि इसमें मध्यप्रदेश के डबरा का रहने वाला राहुल ही मास्टरमाइंड है. अकबई गांव में अमर सिंह जाट के घर टीम आज पहुंची, जहां उसके लड़के राहुल राणा को सस्पेक्टेड करार दिया गया. मामले में मीडिया ने सीबीआई अधिकारी नाजिम खान से बात की तो उन्होंने कैमरे के सामने ऑफिशियल वर्जन नहीं दिया. ऑफ द रिकॉर्ड सीबीआई सूत्रों ने बताया कि इनपुट्स के आधार पर कार्रवाई की है औऱ पुख्ता सबूत हांथ लगे हैं.
बच्चों के कार्यक्रम में शामिल हुए master blaster sachin, सलकनपुर भी जाएंगे
आज सीबीआई ने देश के अलग-अलग राज्यों में छापामार कार्रवाई की है. मध्य प्रदेश में भी 3 बड़े शहरों में सर्च ऑपरेशन चल रहा है. फिलहाल इस छापामार कार्रवाई में सीबीआई अभी जांच में जुटी हुई है. इसके बाद ग्वालियर जिले की पिछोर थाना इलाके में की जा रही कार्रवाई की जानकारी मिल पाएगी.
एमपी में ही क्यों हुई छापेमारी?
मोबाइल पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी (Child Pornography case) की सबसे ज्यादा शिकायतें एमपी से आती रही हैं. राज्य के 4 शहरों भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर के आंकड़े बेहद चौंकाने वाले हैं. यहां लोगों ने अपने मोबाइल, लैपटॉप, डेस्कटॉप पर जमकर बच्चों की पोर्नोग्राफी से जुड़ी सामग्री पोस्ट करते रहे हैं. इसी के चलते एमपी CBI की रडार पर रहा है.
एमपी में चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामले और दर्ज शिकायतें (2020 का डेटा)
- 2667 मामले एमपी की राजधानी भोपाल में दर्ज हुए. यह रिकॉर्ड है. यहां औसतन 8 शिकायतें हर दिन आती हैं.
- 1326 मामलों के साथ राज्य की व्यावसायिक राजधानी दूसरे नंबर पर है. यहां औसतन 3 शिकायतें हर दिन आती हैं.
- 183 के साथ संस्कारधानी जबलपुर भी इस लिस्ट में है और यहां भी कार्रवाई साइबर सेल करता है.
- 130 मामलों के साथ 2020 में ग्वालियर भले ही चौथे नंबर पर था लेकिन यहां ऐसे मामले हाल के दिनों में बढ़े हैं.
ग्वालियर में 129 लोगों पर FIR
बच्चों के पोर्न से जुडे मामलों में भारत सरकार का गृह मंत्रालय राज्यों की साइबर सेल से लगातार जुड़ा रहता है. इसे लेकर कई अहम जिम्मेदारियां भी इन्हे सौंपी गई हैं. फरवरी 2021 तक शहर में 129 लोगों पर FIR हुई और 6 लोगों को जेल भेजा गया. माना जा रहा है कि इनसे भी अहम जानकारियों सामने आई हैं.
चाइल्ड पोर्नोग्राफी पर क्या कहता है कानून?
यदी आप अपने मोबाइल फोन, टैबलेट, या फिर लैपटॉप, डेस्कटॉप पर बच्चों से जु़ड़ी पोर्न सामग्री रखते हैं और वो आपसे बरामद होती है तो 5 साल की सजा का कानून में प्रावधान है. IT Act, 2000 की धारा 67-B में साफ जिक्र है. गृह मंत्रालय ने इसे लेकर पोर्टल cybercrime.gov.in लॉन्च किया है. यहां भी सीधी शिकायत की जा सकती है. इसी के जरिए चाइल्ड पोर्नोग्राफी, रेप, गैंगरेप को खिलाफ शिकायतें की जा सकती हैं. (child phonography law)