ग्वालियर। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाए जाने के एक माह बाद भी विरोध पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है. ग्वालियर में एक वापपंथी नेता पर अनुच्छेद-370 हटाने को संविधान विरोधी कार्रवाई बताने वाली एक किताब बेचने का आरोप लगा है. जिसके खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है.
शहर के पड़ाव थाने में कुछ लोगों ने शिकायत दर्ज कराई थी कि शहर के फूलवा इलाके में एक किताब बेची जा रही है, जिसका नाम सेतू या सुरंग है. उसमें अनुच्छेद-370 से संबंधित भ्रामक जानकारियां छापी गई हैं. जिसे भोपाल के लोक जतन प्रकाशन ने प्रकाशित किया है. जिसे वामपंथी नेता शेख अब्दुल पर बेचने का आरोप है. शिकायत के बाद पुलिस ने पुस्तक का विक्रय बंद करा दिया है, जबकि वामपंथी नेता को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ कर रही है.
ग्वालियर रेंज के आईजी राजा बाबू के मुताबिक, पुस्तक में कुछ बातें आपत्तिजनक हैं. जिसमें कहा गया है कि अनुच्छेद-370 हटाने पर संविधान छिन्न-भिन्न हो गया है. इस किताब को बेचने वाले को गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले की जांच शुरु कर दी गई है. जांच के बाद न्यायोचित कार्रवाई की जाएगी.
बता दें, ये किताब अनुच्छेद-370 से जुड़ी हुई है. किताब के कवर पेज पर जो छपा है, वह समाज हित में ठीक नहीं है. जिस पर भड़काऊ कंटेंट छपा है कि अनुच्छेद-370 सेतु है या सुरंग. इतना ही नहीं किताब पर एक कार्टून भी छपा है. किताब में जम्मू-कश्मीर से संबंधित कुछ प्रश्न भी छपे हैं. जिस पर लोगों ने सवाल खड़े किए हैं.